अहिंसा जीवन का महत्वपूर्ण तत्त्व है। हमारे आत्मिक विकास के लिए अहिंसा से बढ़कर अन्य कोई उपाय या विकल्प नहीं। लेकिन, यदि कोई हम पर अत्याचार करे तो? गांधीजी ने कहा है कि अत्याचार सहने वाला भी कायर होता है। इसलिए अत्याचार का डटकर मुकाबला करना चाहिए। अत्याचारी को सबक सिखाना हिंसा नहीं। मान लीजिए, कोई आपको तंग कर रहा है या आपका पीछा कर रहा है तो वह तब तक ऐसा करता रहेगा जब तक कि आप उसका मुकाबला करने के लिए तैयार नहीं हो जाते। जैसे ही आप रुक कर मुकाबला करने की स्थिति में आ जाते हैं, समझो आपने आधा मैदान मार लिया। ऐसे में पीछा करने वाला भाग खड़ा होगा। पीछा करने वाला नहीं भागता तो डट कर मुकाबला कीजिए।
हार-जीत तो लगी ही रहती है। जीत जाते हैं तो अच्छा है और हार जाते हैं तो भी वास्तविक हार नहीं होगी क्योंकि आपने समस्या से मुक्ति पाने का इरादा कर लिया है। यह किसी भी तरह हिंसा की वकालत नहीं है, लेकिन अपना बचाव करना किसी भी हिंसा की श्रेणी में नहीं आता। विषम परिस्थितियों में अपना बचाव न करना अथवा शोषण का विरोध न करना पलायन व कायरता है। जीवन में अन्य समस्याओं की भी यही स्थिति होती है। समस्याओं का मुकाबला करना ही बहादुरी है।
एक बार एक संन्यासी कहीं जा रहे थे। रास्ते में एक बंदर ने उन्हें घेर लिया और परेशान करने लगा। संन्यासी डर के मारे पीछे हटने लगे। जैसे वे पीछे हटते बंदर और निकट आ जाता और उनका सामान छीनने का प्रयास करता। वह सामान छीनने वाला ही था कि एक राहगीर की आवाज सुनाई दी, ‘स्वामीजी, डरो मत। मुकाबला करो।’ संन्यासी ने अपने पैर से जूता उतारा और बंदर को दिखाते हुए उसकी ओर बढ़े। अब संन्यासी एक कदम बढ़ाता तो बंदर दो कदम पीछे हटता। यह फासला बढ़ता गया और अंत में बंदर को भागना पड़ा।
समस्याएं हमें डराती हैं। लेकिन जैसे ही हम उन्हें चुनौती देते हैं वे छोटी होना प्रारंभ हो जाती हैं। और अंत में पूर्ण समाधान हो जाता है। समस्या आने पर हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना समस्या का समाधान नहीं, अपितु उसे और जटिल बना देना है। समस्या का मुकाबला न करने का अर्थ है समस्या को बढ़ाना और स्वयं को कमजोर करना। एक बार जी-जान से समस्या का सामना कर लिया जाए तो समस्या तत्क्षण कमजोर पड़ जाती है और उसे हल करना आसान हो जाता है। पहले समस्या रूपी बंदर के सामने एक बार डट जाइए, फिर समाधान निकलते देर नहीं लगेगी। जीवन भी एक तरह से समस्याओं का ही एक नाम है और उनका मुकाबला करते हुए आगे बढ़ना ही जीवन है।
जय गुरुजी.
In English:
(Non-violence is the important element of life. Nonviolence for our spiritual growth surpasses any other solution or alternative. However, if any of us to the torture? Gandhi also said that he is a coward who endures torture. So tyranny must cope. Teach a lesson to the oppressor, not violence. Suppose someone is bothering you or is following you, he will continue to do until then, unless you are ready for combat. As soon as you stop and get into a position to compete, you understand half the battle. The following part will stand. Do not run to chase the pitched combat.
Losing and winning is only the beginning. Win and lose so good you will not lose any real problem because you have decided to get rid of. It is not in any way advocating violence, but to defend itself does not come under the category of any violence. Do not defend yourself at odds not flee or resist exploitation and funky. The same situation occurs in the lives of other problems. Have courage to face the same problems.
Once the Saints were going somewhere. On the way a monkey surrounded and began to trouble him. Saints fear began to retreat. As they come closer and retreating monkey tries to snatch their belongings. He was going to take away the stuff that the sound of a passer-by, 'Swamiji, do not be afraid. Do compete. "Monk shoe from his foot moved toward her, showing Wade and monkey. Saints are now just one step enhances monkey retreat two steps. The gap grew and eventually had to flee the monkey.
Problems that threaten us. But as soon as we challenge them to start small they are. And finally becomes a complete solution. Sitting idle in case of a problem does not solve the problem, but it is more complicated to make. The problem is not the means to combat increasing problem and make themselves vulnerable. Once cheerfully facing problems if taken immediately be vulnerable and it becomes easier to solve. The first problem in front of the monkey form of credit go once, then get the solution will not take long. Life is also a way to combat the problems and move forward as a name is life. )
Jai Guruji.
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