Thursday, April 23, 2015

हम जैसे ही अपने से जुड़ेंगे, परमात्मा से स्वयं जुड़ जाएंगे ..(We join her as, God himself will be enrolled. ..)


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जीवन में आगे बढ़ने के लिए किसी न किसी विश्वास की जरूरत होती है। विश्वास ही संबल होता है विचलन की घड़ियों में। पर प्रश्न होता है कि किस पर विश्वास करे? इसे समझना बहुत जरूरी है। इसलिए कि आदमी इसी दोराहे पर आकर भटक जाता है। सही विश्वास जहां ठीक लक्ष्य की ओर ले जाता है, वहीं गलत विश्वास उम्र-भर के लिए भटका देता है। विश्वास का निर्णय करते समय अक्सर हम दूसरे पर भरोसा कर लेते हैं। किसी पंथ या संप्रदाय को पकड़ लेते हैं। गुरु के नाम पर किसी व्यक्ति-विशेष से बंध जाते हैं। परिणाम स्पष्ट है। वे व्यक्ति या संप्रदाय अक्सर उस श्रद्धा और विश्वास का शोषण करने लगते हैं। जैसा की आजकल बाबाओ और साधुओ करते है. 
हर महापुरुष ने यही कहा है - तुम अपने आप पर विश्वास करो। भगवान बुद्ध ने कहा, ‘स्वयं दीपक बनो।’ महावीर ने कहा, ‘अपने अंदर सत्यम की खोज करो। सत्य को पाना अपने आप को पाना है। अपने को पाना ही सत्य को पाना है। अपने को खोना सत्य को खोना है। इसलिए तुम अपने से जुड़ो।’ लेकिन हमारी मुश्किल तो यह है कि जागने से लेकर सोने तक पत्नी, बच्चे, परिवार, दोस्त, धन, नौकरी और व्यापार से तो पूरी तरह से जुड़े हैं, किंतु अपने आप से नहीं। जागृत अवस्था की बात तो दूर है, सपने में भी बाहर -बाहर ही भटकते रहते हैं। व्यस्तता - बहुल इस जीवन में अपने से जुड़ने का एक क्षण भी उपलब्ध कहां है? यदि सौभाग्य से वैसे क्षण मिल भी जाएं तो लोग टीवी, रेडियो को ऑन कर उसके साथ हो लेते हैं। उन क्षणों में भी अपने साथ नहीं होते। परिवार और समाज, दुनिया भर की बहसों, हजारों की क्रुद्ध भीड़ के आमने-सामने होना भले ही आसान है, लेकिन अपने सामने खड़ा होना बहुत कठिन है। भगवान महावीर ने कहा - वीर वह है जो अपने पर विजय प्राप्त कर ले। लाखों योद्धाओं पर विजय पाना सरल है, किंतु कठिन है अपने आप पर विजय प्राप्त करना। यह कठिन इसलिए है कि हमें स्वयं पर विश्वास नहीं है। हमारा धन पर, मित्र पर विश्वास है कि ये समय पर हमारे काम आएंगे, जबकि हम अच्छी तरह जानते हैं कि समय पर अपना विश्वास ही काम आता है। हर कोई कहता है कि भगवान पर विश्वास करो। लेकिन है कहां भगवान? हर धर्म - संप्रदाय कहता है - परमात्मा तुम्हारे अंदर है।  भगवान पर विश्वास करने का मतलब यही है कि हम अपने पर विश्वास करें। हर महापुरुष ने मनुष्य के आत्मविश्वास को जगाने की कोशिश की है ताकि वह अपने पर विश्वास करना सीखे। जिस दिन हम खुद से जुड़ गए, परमात्मा से स्वयं जुड़ जाएंगे। अपने से जुड़ गए तो समझो पूरे संसार से जुड़ गए। 
जय गुरूजी 

Jai Guruji.

(To move forward in life requires some faith. Faith is the deviation of support in watches. Is a point on which to believe? It is important to understand. So the man came to the fork goes astray. True faith is the right leads to the goal, the false belief that stray across age. While the decision of faith often do we trust each other. A cult or sect take hold. Guru are bound by an individual. The result is clear. The individual or the community often seem to exploit the trust and confidence. As saint and Sadhuo is nowadays.
It is said that every great man - you trust yourself. Lord Buddha said, "Be lamps themselves. 'Mahatama said," Let your inner exploration Satyam. Get yourself to get to the truth. Is to get to the truth. Lose lose its truth. So you Judo from. "But our problem is that the wife of wakefulness and sleep, children, family, friends, money, jobs and business are fully connected, but not by yourself. Let the state of wakefulness, dream-out only languish out. Engagement - Multiple join in this life is a moment where available? Fortunately, it is the moment to get people TV, radio on, let him be. Not even in those moments. Family and society, the debate around the world, to be the face of thousands of irate crowd is even easier, but his stand up is very difficult. Lord Mahavira said - that is brave to overcome his. Millions Warriors overcome is simple, but difficult to conquer yourself. It's difficult because we do not believe themselves. Our wealth, our friends believe that the time will come, when we are well aware that their faith is the same thing. Everyone says that faith in God. But where is God? - Every religion says - God is in you. That faith in God means that we trust. Every great man is the man tried to create confidence so that he learned to trust her. We joined the day, God will add itself. Consider then the whole world joined joined her.)
Jai Guruji.

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