Wednesday, March 4, 2015

संगति का असर ....(The effect of consistency .......)

हकीम लुकमान सिर्फ हकीम नहीं अनेक विषयों के जानकार और विचारक भी थे। जब वे मृत्युशय्या पर अंतिम सांसें ले रहे थे तो उन्होंने इशारे से अपने बेटे को पास बुलाकर कहा-‘बेटा, मैंने तुझे यूं तो समय-समय पर अनेक शिक्षाएं दी हैं, पर जाते-जाते एक अंतिम शिक्षा देना चाहता हूं।’ इतना कहकर लुकमान ने बेटे को पूजा के कक्ष से धूपदान लाने को कहा। जब वह धूपदान लेकर हाजिर हुआ तो लुकमान ने उसमें से चुटकी भर चंदन लेकर उसके हाथ में थमाया और इशारे से बताया कि अब वह चूल्हे में से कोयला उठाकर लाए। जब बेटा कोयला ले आया तो उन्होंने दूसरी हथेली में कोयला रखने का आदेश दिया। कुछ देर बाद फिर लुकमान ने कहा- ‘अब इन्हें अपने-अपने स्थान पर वापस रख आओ।’ बेटे ने वैसा ही किया। उसकी जिस हथेली में चंदन था, वह अब भी महक रही थी और जिस हाथ में कोयला था, वह कोयला छोड़ देने पर भी एकदम काली नजर आ रही थी। लुकमान ने अपने बेटे को समझाते हुए कहा-‘बेटे, एक बात हमेशा याद रखना। अच्छे लोगों का संग चंदन जैसा होता है। जब तक उनका संग रहेगा तब तक तो खुशबू मिलेगी ही, साथ छूटने के बाद भी अच्छे विचारों की सुगंध से जिंदगी तरोताजा बनी रहेगी। इसी तरह दुर्जनों का संग कोयले जैसा है। जब तक हाथ में कोयला है तब तक तो हाथ काला रहता है ही, छोड़ देने के बाद भी उस पर कालिमा बनी रहती है। इसलिए बेटा, जीवन में सदैव चंदन जैसे संस्कारी लोगों का ही संग करना और कोयले जैसे कुसंग से दूर रहना। लुकमान का बेटा पिता की इस शिक्षा को जीवन भर नहीं भूला।


Translate in English :

(Hakim Luqman physician not only knowledgeable and thinkers were many subjects. When they were on death last breath, he called his son said signal' son (beta), many teachings from time to time if I have granted you, and go on a final education want to go. "So saying, Luqman said to his son pans from the chamber of worship. Luqman the spot if he pans out with it in his hand, gave a pinch of sandalwood and gesture of the coal stove so she picked up. The son brought coal to coal, he ordered the other palm. Luqman said after a while, "Come now, put them back in their place. 'Son did so. The sandal in his palm, he was still smelling and was the coal in hand, he looked pitch-black on coal left. Luqman said to his son explaining' son (bete), remember one thing. With good people is like sandalwood. Until then, it will remain with them until the scent, as well as life after his release from the aroma of good ideas remain fresh. Similarly, the association of devil (Durjnon) like coal. So hand in hand until the coal is black, the blackness that persists even after you leave. So son, lives always with sandalwood and coal as well as civilized people to stay away from Bad consistency (Kusang). Luqman's son, the father did not forget the lessons life.)

Jai Guruji



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