Tuesday, November 29, 2016

दुनिया का जरूरी हिस्सा बनना हो तो सबसे प्यार करना होगा ..(If necessary, the love will be part of the world...)


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कहते हैं, जमीन का हर हिस्सा तब तक तड़पता है जब तक उसे कोई मोहब्बत से थाम न ले। हर तरफ लोग बेतहाशा परेशान होकर भाग रहे हैं। मगर जैसे ही पांव के नीचे की पहली ईंट खिसकती है, हममें से बहुतों का सारा वजूद एक झटके में खत्म हो जाता है। हम टूटकर बिखर जाते हैं। वैसे जिसने भी इस ठोकर से सीखा वह पीले पन्नों में दर्ज हो गया।

ऐसे ही एक थे रेत पर पांव पटकते आजम शम्स। ठंड में जबरदस्त बरसात की रात वह एक घर के बाहर खड़े रहे। खुले आसमान में वह महबूबा की एक झलक के लिए उसके दरवाजे पर भीगते ठिठुरते रहे। सुबह के चार बज गए। अचानक आसमान की तरफ देखा और चीखकर वह चौखट छोड़ दी। शम्स के दिल ने कहा कि जिसकी मोहब्बत के लिए इतनी तड़प है उससे बेहतर है उसे बनाने वाले से मोहब्बत करूं। एक झटके में सब कुछ छोड़ अपने महल लौट आए।

सब कुछ आम लोगो में बांट दिया। रोज का नियम हो गया दिन भर काम करना और काम से मिले पैसों से हर जरूरतमंद को खाना खिलाना और खुदा का ध्यान। साल के साल गुजर गए। एक दिन शम्स खुद खाना बांट रहे थे कि एक अधेड़ सी औरत आई और उसने शम्स का हाथ पकड़ लिया। बोली, ‘मेरे महबूब उस रात आप मेरी झलक के लिए भीगते रहे, मुझे सब पता था। मगर उस वक्त शम्स, तुम मेरे लायक न थे। एक रोज मुझे जब यह पता चला कि इश्क ने तुममें सूफियाना फूल खिला दिया तो मैं तुम्हारी मोहब्बत में तड़प उठी और भागकर देखो तुम्हारे पास आ गई।’ 

शम्स ने कई दिन की भूखी उस औरत को खाना खिलाया, फिर कहा कि अब तुम जा सकती हो। तब पलट कर उसने कहा कि, ‘मेरे आशिक क्या अब मैं तुम्हारे दिल में नहीं रही?’ शम्स ने कहा, ‘मैं तुझे चाहता था। तभी मुझे लगा कि अगर तुम्हें चाहता हूं, तो तुम्हें बनाने वाले को चाहा जाए, जो तुम्हारे जैसे करोड़ों को बना चुका है। तब मैं अकेला तुमसे मोहब्बत करता था। आज सारा बसरा शहर मुझसे मोहब्बत करता है।’

वह जाने लगी तो शम्स ने पुकार कर कहा, ‘उस सर्द रात तुम्हारे दरवाजे एक आशिक खड़ा था जो वहीं मर गया। उस सुबह एक दरवेश पैदा हो गया और दरवेश किसी एक की मोहब्बत में हो जाए तो काहे का दरवेश/ एक सूफी दिलों की आहट सुन लेता है। सूफी दिलों में मोहब्बत भरते हैं, जमाने में इश्क घोलते हैं। जख्म पर ठंडे फाहे रखकर सुकून देते हैं। तुम जाओ और दुनिया के हर इंसान को शम्स समझ कर मोहब्बत करो।’ ऐसे ही अगर हम हर ठोकर पर रुक कर, सोच कर आगे बढ़ें तो हममें और आप में भी शम्स समा सकते हैं। हम भी दुनिया के लिए एक जरूरी हिस्सा बन सकते हैं। लेकिन यह तभी है, जब हम शम्स जैसा पवित्र प्रेम कर सकें।
जय गुरूजी. 
In English:

(Says every part of the land until then take hold of his days until it no love. People everywhere are rushing wildly upset. But as soon as the foot moves down the first brick, the whole existence of many of us is over in an instant. We are crumbling. He also learned that the way the offense was registered in the yellow pages.

Azam foot stomp on the sand such shams. Tremendous cold rainy night she stood outside a home. In the open sky for a glimpse of her at the door to get wet girlfriend were Titurte. Four o'clock in the morning. She looked at the sky and shouting abruptly quit the posts. Shams said that the heart of the so yearning for love is better than making love for him to do. In one stroke, everything returned to his palace.

Distributed to all the common people. Became everyday routine and work with funds received from work every day to feed the needy and care of God. The years have passed year. Shams were sharing a meal a day, a middle-aged woman came and grabbed the hand of shams. Said, 'My Valentine that night you are soaked to my glance, I knew all that. But then, shams, you were not worth me. One day, when I found out that it was the love of you yearning melody flower so I got up and fled in your look you fell in love. "

Shams woman fed many hungry days, the longer you can go again. Then she shot back, "What now my lover I'm not in your heart?" Shams said, "I wanted you. Then I figured if you want, then you would have to be the ones making the millions like you have made. Then I used to love you alone. Today Sara Basra city that I love. "

She cried and said Shams hurt, "the coldest night you stood in the door of a lover who died there. That morning, causing a dervish and dervish if any one is in love, why the dervish / hears the sound of a Sufi hearts. Sufi love filled hearts, vintage love rorism have been music. Scarred by the cold Fahey relax. You go and make sense of the world every human being shams love it. "Similarly, if we stumble at each stop and then proceed to do the thinking for us and you can fill in the shams. We can become an essential part of the world. But it is only when we can love as pure as shams.)
Jai Guruji.

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