एक दिन शेर का बच्चा भटककर एक गांव में पहुंच गया। एक चरवाहे ने देखा, छोटा-सा शेर का बच्चा बड़ा ही दुर्बल है और अगर देख-भाल नहीं की गई तो वह मर जाएगा। उसने उसे अपने फार्म में ले जाकर दूध पिलाया। अब वह भेड़ों के साथ ही रहने लगा और उनसे उसकी दोस्ती हो गई। भेड़ें चरने के लिए बाहर जाएं, तो वह भी उनके साथ जाए और घास चरने की कोशिश करे। धीरे-धीरे भेड़ों के साथ रहते हुए शेर का बच्चा यह समझने लगा कि वह भी भेड़ है।
एक दिन जंगल की ओर से जोर की दहाड़ सुनाई दी। यह सुनकर सारी भेड़ें डर के मारे छिप गईं तो शेर का बच्चा भी छिपने की कोशिश करने लगा। उसने सोचा कि सारी भेड़ें छिप रही हैं तो मैं भी छिप जाता हूं। जंगल से शेर उसी गांव की ओर आ निकला। उसने शेर के बच्चे को छिपते देखा तो वह उसके पास आकर बोला,‘तू क्यों छिप रहा है?’ शेर के बच्चे ने कहा,‘तुम मुझे खा जाओगे, मुझे डर लग रहा है।’ शेर ने कहा, ‘क्या तुम जानते नहीं कि तुम कौन हो?’ शेर के बच्चे ने कहा,‘मैं तो भेड़ हूं।’ बड़े शेर ने कहा,‘नहीं, तुम मेरे साथ आओ। मैं तुम्हें बताता हूं कि वास्तव में तुम कौन हो?’ शेर उसे तालाब के किनारे ले गया और बोला,‘अब तालाब में अपनी परछाईं देखो।’ जब उस शेर के बच्चे ने तालाब में अपनी परछाईं को देखा, तब उसे महसूस हुआ कि वह भेड़ नहीं, शेर है।
मैं आपको भी बताना चाहता हूं कि आप भेड़ नहीं, आप शेर हैं। जिस दिन आप अपनी असली परछाईं को पहचान लेंगे, उस दिन से आप भी जान जाएंगे कि आप भेड़ नहीं हैं। आप उसी तरीके से जीना सीखिए। भय से नहीं, निडर होकर। असलियत में जीना सीखिए। क्या आप इस सांस का आदर करते हैं?
जब आपका जन्म हुआ अस्पताल में, तो घर पर आपको क्यों लाया गया? क्योंकि यह सांस चल रही थी, आप जीवित थे। आप घर से बाहर कब निकाले जाएंगे? जिस दिन यह सांस रुक जाएगी, उस दिन आपको घर से भी दूर कर देंगे। इस सांस को पहचानिए। इस जीवन को पहचानिए। यह आपके लिए भगवान की देन है। यह बार-बार नहीं मिलेगा। आप मिट्टी थे और मिट्टी बनेंगे, पर आप अब मिट्टी नहीं हैं। यह पहचानकर जीवन सफल कीजिए।
वास्तव में आपके अंदर एक ऐसी चीज चल रही है, जिसके कारण आप जीवित हैं। उसने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है। वह एक ऐसी सच्चाई है, जिसको दुनिया का कोई भी झूठ बदल नहीं सकता। आपके अंदर है वह शक्ति, जिसके जाने से आप भी नहीं रहेंगे। जिस दिन आप उसे पहचान जाएंगे, उस दिन आप भी शेर बन जाएंगे। तब आप छोटी-छोटी बातों से घबरा नहीं जाएंगे। कठिन समय में अपने निर्णय लेने में आपको जरा भी परेशानी नहीं होगी।
जय गुरूजी.
In English:
(From straying into a village one day old baby lion reached. A shepherd saw small lion cub is very weak and not care if he would die. He fed him by moving your form. He stayed with the sheep and he was her friendship. Go out to graze sheep, he is to be with them and tries to eat grass. Lion cub with sheep while gradually beginning to understand that it is also sheep.
A day of loud roar was heard from the wilderness. Hearing this, all the sheep were hiding in fear, then tried to hide the lion's child. He thought that all the sheep are camouflaged so I hid myself. Tiger Woods came to the village. He saw the lion's hide the child she came to him and said, 'Why are you hiding? "Tiger said the child," you'll eat me, I'm afraid. "Lion said," Do not you know Who are you? "the child said the lion," I am a sheep. "big tiger said," No, you come with me. I'll tell you exactly who are you? 'Lion took him to the edge of the pond and said,' Look at his reflection in the pond now. "When the lion saw his reflection in the pool boy, and he feels that he sheep, tiger.
I also want to tell you that you are not sheep, you are the lion. You will recognize your true reflections of the day, that day you will know that you are not sheep. You learn to live the same way. Fear not, fearlessly. Learn to live in reality. Do you respect the breath?
When you were born in the hospital, then why you brought home? Because it was breathing, you were alive. When you are out of the house to be removed? The day it will stop breathing, even away from home that day you will. Identify the breath. Identify the life. It is God's gift. It will not get repeated. You will be mud and clay, but now you are not clay. Recognizing life make it successful.
There is indeed such a thing in you, which is why you are alive. He did not discriminate against anyone. It is a truth, whom the world can not change any lie. That power is in you, which will not leave you. The day you will recognize him, that day you will become a lion. Then you will not be afraid of small things. In hard times, though, you will not make your decision.)
Jai Guruji.
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