Monday, April 20, 2015

नींद लेने में दिक्कत क्यों होती है? (Why is it difficult to sleep in? ..)


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सोने की हर मुमकिन कोशिश करने के बावजूद भी हम अक्सर सो क्यों नहीं पाते हैं? ऐसे में ये उपाय कारगर साबित हो सकते हैं...

घुटनों का टकराना : कई लोग करवट लेकर सोना पसंद करते हैं। इसमें आराम मिल सकता है लेकिन अक्सर ऐसे लेटने में दोनों पैरों के घुटने आपस में टकराते हैं। अगर इससे सोने में दिक्कत होती है तो पैरों के बीच कोई मुलायम तकिया रख लें।

सही गद्दा : अच्छी नींद के लिए गद्दे का सही होना बेहद जरूरी है। अगर आप अपनी पीठ और गद्दे के बीच तीन अंगुलियों का अंतर महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि गद्दा पीठ के लिए ठीक नहीं। अगर आप अकड़ी हुई या दुखती हुई पीठ के साथ उठते हैं तो अपना गद्दा फौरन बदल डालें।

आवाजें : अक्सर हम रात को कुछ आवाजें सुनने के आदी होते हैं जैसे कि अगर रोज रात घर के पास से ट्रेन के गुजरने की आवाज आती हो, तो उससे हमें दिक्कत नहीं होती। लेकिन अगर कोई नई आवाज हमें सुनाई देती है, जैसे बिल्ली के रोने या लड़ने की आवाज तो हमारी नींद टूट जाती है। नींद में पड़ने वाली बाधाओं से निपटने के लिए आप हल्का संगीत बजाकर सो सकते हैं।

दवाओं का असर : अक्सर हम कुछ ऐसी दवाएं ले रहे होते हैं जिनका नींद पर असर पड़ता है। जैसे कि अवसाद, उच्च रक्तचाप या फिर दिल की बीमारियों की दवाएं। कई बार पेशाब करने के लिए भी नींद खुलती रहती है।

प्रकाश का असर : सोने के लिए हमें मेलाटोनिन हार्मोन की जरूरत होती है। लेकिन अक्सर प्रकाश की मौजूदगी में मेलाटोनिन का स्तर कम हो जाता है। अच्छी नींद के लिए विशेषज्ञों की सलाह है कि सोने से 30 मिनट पहले से बत्तियां बुझाना या हल्की करना शुरू कर दें। सोने से पहले कंप्यूटर, मोबाइल, टीवी इत्यादि भी बंद कर देना चाहिए।

ज्यादा खाना : कई शोध दिखाते हैं कि बहुत खाने के बाद अक्सर लोगों को सोने में दिक्कत आती है। खाने के बाद फौरन सोने जाना ठीक नहीं। बेहतर होगा कि रात में हल्का ही खाना खाया जाए।

कंप्यूटर का इस्तेमाल : सोने से पहले कंप्यूटर का इस्तेमाल नींद पर खराब असर डालता है। कंप्यूटर से निकलने वाली नीली रोशनी भी मेलाटोनिन के स्तर को कम करती है। मोलाटोनिन के घटते स्तर से मोटापे का खतरा भी बढ़ता है।

तनाव से दूरी : अगर कोई ऐसी बात है जिससे तनाव होने की संभावना है तो कोशिश करें कि उसे अगले दिन के लिए टाल दें। सोने से पहले ऐसी बातें करने से नींद पर खराब असर पड़ता है।
जय गुरूजी. 

In English:

(Despite every effort to sleep, we often find so why not? These measures have proven to be effective in such ...

Knee hit: Many people prefer to sleep on the side. It can get the rest but often collide with each reclining knee both feet. If it is difficult to sleep, a soft pillow between the legs keep.

Right Mattress: Mattress for good sleep is critical right. If you feel your back and make a difference of three fingers between the mattress means that the mattress is not good for the back. If you wake up with back was stiff or sore Replace your mattress immediately.

Voices: Often we are accustomed to hearing voices at night every night as if the sound of the passing train to come home, so it does not trouble us. But if a new voice is audible to us, such as the sound of the cat's cry or fight breaks down our sleep. To deal with obstacles in their sleep by playing soft music can sleep.

The effect of drugs: some are taking drugs that are often affect sleep. Such as depression, high blood pressure or heart disease medicines. Sleep is also open to urinate often.

The effect of light sleep hormone melatonin requires us to. But often in the presence of light is reduced melatonin levels. Good for sleep experts advise that the lights switch off 30 minutes before bedtime or to start light. Bedtime computer, mobile, TV etc. should stop.

Overeating: Many researches show that after a meal is often difficult to sleep. Not immediately go to sleep right after eating. It is light at night to eat the food.

Using computer: use the computer before bed affects sleep poorly. Blue light emitted from the computer lowers melatonin levels. Molatonin also increases the risk of obesity by decreasing levels.

Stress Distance is no such thing, which is likely to stress that the next day to try to avoid. Doing such things before bed bad effect on sleep.)
Jai Guruji.

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