फल तोड़ने पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोजाना की पिटाई, उलाहना, गालियां और प्रताड़ना से आहत बंदरों ने बैठक बुलाई। विमर्श में उनके सयाने नेता ने सुझाव दिया- क्यों न जंगल में खुद की बागवानी की जाए, रोजाना की झिकझिक से मुक्ति मिलेगी। शाम ढलने तक बुआई हो गई। तड़के सुबह फल खाने को आतुर बंदर खेत में पहुंचे। वहां एक भी पेड़ नहीं था। ठगा महसूस करते बंदरों ने अपने नेता को दुखड़ा सुनाया तो जवाब मिला, ‘फल आने में वक्त लगता है, सब्र रखो!’ खेती की प्रक्रिया को समझने की कोशिश न करते हुए मूर्ख, क्रोधित बंदरों को इंतजार मंजूर नहीं था। उन्होंने मिट्टी खोद-खोद कर पिछले दिन बोए बीज खा डाले।
महान उपलब्धि तुरंत हासिल नहीं होती। प्रत्येक परिणाम का समय आता है। कबीर ने कहा है- माली भले ही पेड़ को सौ घड़ों से सींचे, फल तो मौसम आने पर लगेगा। बिल गेट्स कहते हैं कि धैर्य ही कामयाबी का राज है। महात्मा गांधी मानते थे कि धैर्य खोने का अर्थ है, लड़ाई हार जाना। मंजिल तभी मिलेगी जब हम इत्मीनान से बगैर रुके चलते रहेंगे, रफ्तार जितनी भी धीमी हो। जो धैर्य रखना सीख गया, वह सब कुछ पा लेगा। ऐसा नहीं कि धैर्यशील, संयमी व्यक्ति के जीवन में अवरोध और तूफान नहीं आते, किंतु इन क्षणों में वह हड़बड़ी नहीं मचाता। चूंकि वह जानता है कि तूफान चला जाएगा। वह क्षणिक परिस्थिति से डरकर निर्णय नहीं लेता। आक्रोश या भावावेश के क्षण में अधीर होने का मलाल आपको सौ दिनों तक सालता रह सकता है। लुइस कैरल ने कहा है, ‘मैंने जब-जब जल्दी की, मैं पीछे होता चला गया।’ धैर्य से कार्य न करने वाला उस संतुष्टि से वंचित रहेगा जो शांति से कर्मरत व्यक्ति को सहज प्राप्त होती है। सब्र ऐसी सवारी है जो अपने सवार को कभी गिरने नहीं देती, न किसी के कदमों में और न किसी की नजरों में। हड़बड़ाहट में जीते लोग चित्त में जीवनभर उन पहाड़ों को ढोते रहते हैं, जिन्हें फतह किया जाना था। वे निर्धन हैं, जिन्हें धैर्य नहीं।
अथक, अनवरत प्रयास और पर्याप्त धैर्य के बूते जब कोई बुलंदियां छूता है तो अन्य व्यक्ति उससे पूछते हैं, यह तुमने कैसे हासिल कर डाला? धैर्ययुक्त जीवनशैली के मायने सदा विचारमग्न रहना नहीं है। आपातकाल में त्वरित कार्रवाई आवश्यक है, जैसे आग लगने पर। दूसरों की भूल-चूक या सायास गलतियों पर उन्हें क्षमा करने या दया बरतने में तत्परता बरती जानी चाहिए, इससे अपना अंतःकरण निर्मल, स्वस्थ और आनंदित रहेगा।
धैर्य का अर्थ इंतजार करने की क्षमता से है, काबिलियत से नहीं। रॉय टी. बैनेट कहते हैं कि धैर्य का अर्थ है कि हम किसी भी परिस्थिति में विचलित न हों, बल्कि हालातों को पॉजिटिव रुख देने के लिए कर्मरत रहें और विश्वास रखें कि अंततः सब ठीक हो जाएगा।
जय गुरूजी.
In English:
(On the occasion of breaking the fruits, the monkeys attacked by the security personnel beating, shouting, abuses and torture daily called the meeting. In his discussions, his in-line leader suggested - why not be given gardening of himself in the woods, everyday life will get rid of it. Sown till the evening was done. In the early morning, the dreadful monkey reached the farm to eat fruit. There was not a single tree there. If the monkeys felt frustrated by the monkeys, their answer was answered, 'It takes time to come, bear patience!' Not waiting for the foolish, angry monkeys was not approved while trying to understand the farming process. They dig the soil and sow the seeds sown in the last day.
Great achievement is not achieved immediately The time comes for each result. Kabir has said - Mali may also be sewn from the trees with hundreds of gardens, fruit will take place on the season. Bill Gates says that patience is the secret of success. Mahatma Gandhi believed that losing patience meant losing battle. The floor will be available only when we keep on walking without leisurely pace, the speed is as slow as possible. The patient who learned to take patience will get everything. It is not that there is no obstruction and storm in the life of a patient, patient, but in these moments, he does not rush. Since he knows that the storm will go away He is not afraid of the transitory situation fearing. The silence of being impatient in the moment of resentment or emotion can keep you alive for 100 days. Luis Carroll has said, "Whenever I hurried, I went behind." The patient who does not work patiently will be deprived of the satisfaction that a peace-loving person receives easily. Patience is a ride that does not let its rider fall, neither in the steps nor anyone's eyes. People living in flurry carry the mountains throughout the life of Chitta, who were to be defeated. They are poor, who do not have patience.
When a person touches the power of a relentless, sustained effort and enough patience, the other person asks him, how did you achieve this? The patience of a patient life is not always about thinking. Accelerated action is required in the emergency, such as when the fire occurs. Forgetting others or forgiving them for forgiveness or mercy, readiness should be done in order to keep their hearts pure, healthy and happy.
The meaning of patience is with the ability to wait, not by the ability. Roy T. Bennett says that patience means that we are not disturbed under any circumstances but rather work to give a positive attitude to the situation and believe that eventually everything will be alright.)
Jai Guruji
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