Monday, June 6, 2016

त्रिफला क्या है, जानिये इसके आश्चर्यजनक लाभ...(Triphala is, here is the amazing benefits ...)


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 त्रिफला शब्द का शाब्दिक अर्थ है 'तीन फल'। ले‍किन आयुर्वेद का त्रिफला 3 ऐसे फलों का मिलन है जो तीनों ही अमृतीय गुणों से भरपूर है। आंवला, बहेड़ा और हरड़। आयुर्वेद में इन्हें अमलकी, विभीतक और हरितकी कहा गया है। त्रिफला में इन तीनों को बीज निकाल कर समान मात्रा में चूर्ण बनाकर कर लिया जाता है। 
एक अध्ययन से पता चला है कि त्रिफला का सेवन रेडियोधर्मिता से भी बचाव करता है। प्रयोगों में देखा गया है कि त्रिफला की खुराकों से गामा किरणों के रेडिएशन के प्रभाव से होने वाली अस्वस्थता के लक्षण भी नहीं पाए जाते हैं। इसीलिए त्रिफला चूर्ण आयुर्वेद का अनमोल उपहार कहा जाता है।

- आंखों के लिए : एक चम्मच त्रिफला चूर्ण रात को एक कटोरी पानी में भिगोकर रखें। सुबह कपड़े से छानकर उस पानी से आंखें धो लें। यह प्रयोग आंखों के लिए अत्यंत हितकर है। इससे आंखें स्वच्छ व दृष्टि सूक्ष्म होती है। आंखों की जलन, लालिमा आदि तकलीफें दूर होती हैं। 

- मुख की दुर्गंध : त्रिफला रात को पानी में भिगोकर रखें। सुबह मंजन करने के बाद यह पानी मुंह में भरकर रखें। थोड़ी देर बाद निकाल दें। इससे दांत व मसूड़े वृद्धावस्था तक मजबूत रहते हैं। इससे अरुचि, मुख की दुर्गंध व मुंह के छाले नष्ट होते हैं। 

- त्रिफला के गुनगुने काढ़े में शहद मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है। 


त्रिफला के काढ़े से घाव धोने से एलोपैथिक- एंटिसेप्टिक की आवश्यकता नहीं रहती। घाव जल्दी भर जाता है। 

- गाय का घी व शहद के मिश्रण (घी अधिक व शहद कम) के साथ त्रिफला चूर्ण का सेवन आंखों के लिए वरदान स्वरूप है। 

- संयमित आहार-विहार के साथ इसका नियमित प्रयोग करने से मोतियाबिंद, कांचबिंदु-दृष्टिदोष आदि नेत्र रोग होने की संभावना नहीं होती। 

- मूत्र संबंधी सभी विकारों व मधुमेह में यह फायदेमंद है। रात को गुनगुने पानी के साथ त्रिफला लेने से कब्ज नहीं रहती है। 

- मात्रा : 2 से 4 ग्राम चूर्ण दोपहर को भोजन के बाद अथवा रात को गुनगुने पानी के साथ लें। 

सावधानी : दुर्बल, कृश व्यक्ति तथा गर्भवती स्त्री को एवं नए बुखार में त्रिफला का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि दूध का सेवन करना हो तो दूध व त्रिफला के सेवन के बीच 2 घंटे का अंतर रखें।

In English:

(Triphala word literally means "three Fl'klekin Triphala Ayurveda is the union of all the three Amritiy 3 A fruit is goodness. Amla, bahera and Harad. In Ayurveda these Amalaki, bedda nuts and Hritki said. Triphala powder in equal measure all three seeds are taken out.
One study showed that intake of Triphala also helps in preventing radioactivity. Triphala has been observed in experiments with doses of gamma rays from the effects of radiation are not found signs of sickness. That is called triphala powder precious gift of Ayurveda.

- For the eyes: a teaspoon of triphala powder overnight soak in a bowl of water. Wash the eyes with water from the fabric filter that morning. Use it for the eyes is extremely beneficial. The eyes have it clean and subtle vision. Eye irritation, redness, and problems are overcome.

- Home of the Funk: Triphala soak in water overnight. Keep the water in the mouth after filling powder morning. Remove a little later. This aging teeth and gums to stay strong. This distaste, foul mouth and oral ulcers are destroyed.

- Mix honey in Triphala lukewarm decoction reduces obesity.


Elopathik- Antiseptic wash the wound with decoction of triphala is not required. Wound is filled.

- Cow's ghee and honey mixture (more fuel and less honey) as a gift for the eyes with triphala powder is consumed.

- Regular moderate exercise with diet-kindergarten cataracts, glaucoma, vision and eye disease is not likely.

- Urological disorders and diabetes, it is beneficial to all. Take Triphala at night with warm water is not constipation.

- Quantity: 2 to 4 grams of powder after lunch or at night with warm water stay.

Caution: lean, gaunt man and a pregnant woman and new fever should not take triphala. If the intake of milk and milk 2 hour gap between the intake of triphala.)


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