Wednesday, April 15, 2015

नए ऊर्जा के लिए कांटों की नहीं फूलों की गिनती आवश्यक .....(No new energy Hooks Required number of flowers ..... ..)

भारत में एक महान संत हुए। वे जुलाहा थे। कपड़ा बुन कर अपने परिवार का जीविकोपार्जन किया करते थे। वे बड़े ही धीरजवान और क्षमाशील व्यक्ति थे। एक दिन उन्होंने अपने परिवार के सहयोग से एक साड़ी तैयार की और उसे बेचने के लिए बाजार में बैठे ही थे कि एक युवक उनके पास आया। उस युवक को, दरअसल, संत पर शंका हो रही थी। 

Image result for indian saint sketchउसने संत की परीक्षा लेने के लिए साड़ी का मोल पूछा तो संत ने साड़ी का मोल दो रुपये बता दिया। युवक के मन में पैसे का घमंड था और वह संत की कड़ी परीक्षा लेना चाहता था। उसने देखते-देखते उस साड़ी के दो टुकड़े कर दिए और फिर उसका मोल पूछा। संत ने कहा - एक-एक रुपया। युवक ने फिर साड़ी के उन दो टुकड़ों 

के दो-दो टुकड़े और कर दिए और उनका मोल पूछा। इस बार संत ने पचास-पचास पैसा मोल बताया।

युवक ने फिर कुछ और छोटे टुकड़े कर दिए। संत ने बिना क्रोध किए पच्चीस-पच्चीस पैसा मोल बता दिया। युवक टुकड़े करते गया और दाम पूछता चला गया। संत का हृदय तो नवनीत जैसा था। वे शांत भाव से मूल्य बताते गए। आखिर फाड़ते-फाड़ते साड़ी के तार-तार हो गए तो युवक उसका गोला बनाकर फेंकते हुए बोला - अब इसमें रहा ही क्या है कि इसके पैसे दिए जाएं। उसने अपने धन का अभिमान प्रदर्शित करते हुए कहा - यह लो दो रुपये साड़ी का। किंतु संत ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया - बेटा जब तुमने साड़ी खरीदी ही नहीं तो मैं तुझसे दाम कैसे लूं।

युवक संत से माफी मांगने लगा। उस संत की आंखें भी भींग आईं और बोले - तुम्हारे दो रुपये देने से इस नुकसान की भरपाई नहीं होगी। क्या तुमने कभी सोचा कि परिश्रम क्या होता है? कपास पैदा करने में किसान को कितना परिश्रम हुआ? उसको धुनने और सूत बनाने में कितना समय और परिश्रम लगा जब मेरे कुटुंब वालों ने साड़ी बुनी तो कितनी कठिनाई हुई होगी?

युवक की आंखों में पश्चाताप के आंसू निकल पड़े और उसने संत से पूछा - तो फिर आपने मुझे साड़ी फाड़ने से रोका क्यों नहीं? संत ने जवाब दिया - मैं शुरू में ही आपको रोक सकता था। परंतु रोक देता तो आपको शिक्षा देने का यह अवसर नहीं मिलता।

अक्सर हम अपनी गलतियों से ही सीखते हैं। हर नया दिन एक नए अवसर के रूप में सामने आता है। हर दिन यह वादा करता है कि हम किसी भी समय और किसी भी स्तर पर अपने जीवन को नया रूप दे सकते हैं। व्यक्ति को अपना दृष्टिकोण सकारात्मक बनाने के लिए जीवन का गणित बदलना होता है। जीवन में नए ऊर्जा के लिए कांटों की नहीं, फूलों की गिनती आवश्यक होती  है. इसलिए हमेशा शांत रहे, सकारात्मक सोचे. 
जय गुरुजी.  

In English:

(India has a great saint. They were Weaver. Livelihood of his family used to weave cloth. They were a very patient and forgiving person. One day, in collaboration with his family prepared a sari and was sitting in the market to sell a young man came up to him. The young man, in fact, the saint was doubt.

He then asked the saint to test the value of the sari sari worth Rs saint told him. In the minds of the young saint ordeal of money and he wanted to boast. Seeing that the two pieces of her sari and asked the price. The holy man - one rupee. The young man then those two pieces of saree and value of the two pieces and asked. The time value of money was fifty saint.

Then the young man and small pieces. Acquire saint anger without being told of twenty-five money. The young man went to pieces and ask prices. It was the heart of Saint Navneet. They were placidly price points. After the chop-chop sari tatters by the young man throwing the ball did - that the money should be given what is now happening. He said while displaying pride of your money - Here are two rupees *saree. But the saint replied, smiling - not only Son, when you bought a sari How do I pay you.

The young man apologized saint.  And said that the saint's eyes were wet - you will not make up for this loss of two Rs. Have you ever wondered what happens to labor? How much labor to produce cotton farmer happened? Dhunne and how much time and effort it took to make yarn when my family members how difficult it must have been woven sari?

The young man's eyes were tears of repentance and he asked the saint - Then why do not you stop me from tearing sari? Saint replied - I was in the beginning, you can stop. But do not get the opportunity to teach you to stop.

Often we learn from our mistakes. Every new day is a new opportunity comes. It promises every day that your life at any time and at any level can give a face lift. Person to alter their approach to life is to make a positive. Hooks for the life of the new energy, the flower count is required. So always been quiet, positive thinking.)
Jai Guruji. 
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*saree - Indian ladies wear 

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