Saturday, April 11, 2015

अहंकारी बॉस होते हैं हीन भावना से ग्रस्त ..(Are arrogant boss suffer from inferiority complex..)

अंहकारी और अकखड़ किस्म के बॉस अकसर हीन भावना का शिकार होते हैं और अपनी नाकामियों और अक्षमताओं को छुपाने के लिए अपने मातहत पर जानबूझकर दबाव बनाते हैं जिससे न सिर्फ कार्यस्थल पर कामकाज का माहौल खराब होता है बल्कि इससे पूरे दफ्तर को भी नुकसान पहुंचता है। 
      
Image Loadingअमेरिका के एकरान और मिशिगन विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान विषय में अनुसंधान कर रहे वैज्ञानिकों ने अपनी ताजा शोध रिपोर्ट में यह खुलासा किया है। वैज्ञानिकों ने कार्यस्थल में अधिकारियों में अहंकार का स्तर नापने के लिए 'वर्क प्लेस एरोगैंस स्केल' के नाम से एक पैमाना तैयार किया है। इस पैमाने पर अंहकार का स्तर नाप कर उनके व्यक्तित्व के बारे में निष्कर्ष निकाला जाता है। 
      
शोधदल के मुखिया प्रोफेसर स्टेनली सिल्वरमैन के अनुसार अंहकार का इस्तेमाल लोग अपनी नाकामियां छुपाने तथा दूसरों से खुद को ज्यादा समझदार और बुद्धिमान साबित करने के लिए करते हैं। इसे एक तरह से दूसरे प्रतिभाशाली लोगों से सीधे मिलने वाली प्रतिस्पर्धा से बचाव के लिए रक्षा कवच के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। हीन भावना से ग्रस्त बास अकसर इसका इस्तेमाल करते हैं। यही वजह है कि कामकाज में कुशल और प्रतिभाशाली बास हमेशा ही शालीन और शांत स्वभाव के होते हैं।

सिल्वरमैन के अनुसार अंहकारी बास के व्यवहार में कर्मचारियों में भेदभाव करना, उन पर बेवजह काम का दबाव बनाना, प्रोन्नति के अवसरों को खत्म करना, अपने हित साधने के लिए अकुशल कर्मचारियों को कुशल कर्मचारियों से आगे करना तथा कर्मचारियों के कामकाज की समीक्षा में पक्षपात करना जैसे प्रमुख लक्षण पाए जाते हैं। ऐसा शख्स एक कर्मचारी विशेष के लिए ही नहीं बल्कि पूरे संगठन के विध्वंसकारी साबित होता है। 
     
हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि अहंकारी बास का भी इलाज हो सकता है बशर्ते वह सुधरने की इच्छा रखता हो। इसके लिए विशेष तौर पर मनोविज्ञान से जुड़ी कोचिंग की व्यवस्था की गयी है।
जय गुरूजी 

In English:

(Churlish variety boss cocky and often suffer from inferiority complex and his subordinates to hide its failures and inefficiencies which deliberately create pressure not only in the workplace but also in the business environment is bad damage to the office.
      
churlish and research in psychology at the University of Michigan US scientists has revealed in its latest research report. Scientists to measure the degree of arrogance in the workplace authorities 'Work Place Arogans Scale' is designed as a barometer. Pride goes before the scale to measure the level of their personality is concluded.
      
Pride goes before heading Soddl used by Professor Stanley Silverman and others hide their failures to prove themselves to more sensible and intelligent. It's a way to meet other talented people competing directly for the defense shield is used as. Use it often suffer from inferiority complex bass. That is why the work of skilled and talented bass are always gracious and calm nature.

According to Silverman discriminate against employees in the practice of assuming bass, putting pressure on them to work unnecessarily, to eliminate chances of promotion, unskilled workers to strike your interest ahead of skilled workers and employees to review the functioning of the prejudice As major symptoms occur. For man, not a particular employee proves disruptive to the organization.
     
Although scientists believe that cocky bass is also provided treatment wishes to improve. This was particularly the philosophy and coaching.)
Jai Guruji 

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