आदरणीय दिल्ली के सज्जनों एवं देवियो, आपको मेरा सादर नमस्कार, जैसा की आप सभी जानते है की दिल्ली में लगभग कई सालो से जो महंगाई, लड़की एवं महिलाओ की असुरक्षा, लूट-पाट की घटनाये एक आम बात हो गई है, जब कोई बेटी घर से बाहर निकलती है तो माँ एवं पिता सभी चिंतिंत रहते है जब-तक की वो सुरक्षित घर नहीं आ जाती। अभी निर्भया वाला हादसा तो पुरे देश को आंदोलित कर दिया और पुरे दुनिया में दिल्ली शहर को एक रेपिस्ट, एवं आतंक का स्थान मान लिया, इससे हमारे देश की कैपिटल राजधानी की छवि धूमिल हुई, है। मुझे किसी राजनितिक पाटी से कोई लेना देना नहीं है. लेकिन देश की सबसे बड़ी पाटी कांग्रेस एवं बीजेपी ने तो शिर्फ़ रोटियां सेकने का ही काम कर रही है। महंगाई ने तो पुरे दिल्ली एवं हिंदुस्तान की जनता की कमर तोड़ कर रख दी है, इधर कांग्रेस वाले कभी १ रुपये में तो कभी ५ रूपये में गरीबो को भरपेट भोजन मिलने की बात कर गरीबो का मजाक उड़ाती है. जनता को अब इस बार समझ लेना है की इन दोनों पार्टियों का मकसद देश और जनता को लूटना है. इस बार हम सभी से विनती करते है की इस वार आम आदमी पाटी के जुझारू, आई.ए.एस रह चुके, और इमानदार व्यक्ति को वोट देकर शिर्फ़ सत्ता परिवर्तन नहीं करे बल्कि, एक भयमुक्त, आपराध मुक्त, भ्रष्टाचार, महंगाई मुक्त समाज का निर्माण करे। क्योकि इस बार सत्ता परिवर्तन नहीं बल्कि, व्यवस्था परिवर्तन करना है, जैसे आप कोई योजना वनाते है उससे पहले विचार करते है, क्या ठीक है क्या नहीं, उसी प्रकार आपको इस बार भी ठोक बजाकर निर्णय करना है। बिजली, पानी, एवं लोकपाल विधेयक पर भी आप पार्टी लोकहित में क़ानून लाय़ेगी। किसी भी भ्रष्टाचारियो, बलात्कारियो, और अनैतिक कार्य करने वालो को छोड़ा नहीं जायेगा। और नेता शव्द की जो गरिमा इन लोगो ने गिराई है, उसे समाज सेवक के रूप में तब्दील की जाएगी. JAI HIND, JAI BHARAT, JAI GURUJI.

'गुरु जी का आश्रम' (शिवांश), नई दिल्ली (भारत) में छतरपुर मेट्रो से लगभग छह किलोमीटर दूर स्थित है, भाई के कहने पर मै एक बार उनके आश्रम में गया मुझे यहाँ पर एक अद्भुत शांति महसूस हुई, मैंने आज तक ढोंगी गुरु / बाबा को देखा है, और सभी ने लोगो को मुर्ख बना कर उनके विश्वास को तोडा है, लेकिन यहाँ आपको शांति महसूस होगी, एक बार आप यहाँ आकर गुरु जी के समाधी स्थल पर अपना माथा झुकाये और लंगर का प्रसाद ग्रहण करे और अपने आप को गुरु जी को समर्पण दिल से करे, फर्क महसूस करेंगे। - (वीरेंद्र कुमार गुप्ता.)
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment