Monday, April 27, 2015

पानी में घुले नमक की तरह शांति भी आपके अंदर ही है.... (Like salt dissolved in water Peace is also in you ......)

पानी में घुला हुआ नमक दिखाई नहीं देता। इसका यह मतलब नहीं कि वह गायब हो गया। हालांकि आंख से नहीं देख सकते, पर जबान से उसे चख तो सकते हैं। आपके साथ भी यही हाल है। आप शांति को आंखों से नहीं देख सकते, परंतु हृदय से उसका अनुभव कर सकते हैं। वह शक्ति भी सब जगह है- थल में भी है, आकाश, वायु, जल और पेड़ों में भी है और उसी के होने की वजह से आप भी जीवित हैं। आप विश्वास करते हैं कि आपकी जन्मकुंडली में लिखा हुआ है, इसकी वजह से आप जीवित हैं, परंतु नहीं। कौन कब जाएगा, यह किसी को नहीं मालूम। कब क्या होगा, यह किसी को नहीं मालूम। पर लोग अपने जीवन के अंदर इसी चीज का विश्वास करके चलते हैं कि उनको मालूम है कि कल क्या होगा। आप जीते कहां हैं? वर्तमान में। कल तो आप जी नहीं सकते। अगर कल आएगा भी तो उसको आज का रूप लेना पड़ेगा। तो आप जीते कहां हैं? आज में। और आपकी आशाएं कहां हैं? कल में। आप चिंता किसकी करते हैं? कल की। और कल कभी आएगा नहीं। सारी जिंदगी आज में आपको जीना है। 

संस्कार यह डालने चाहिए कि आपके अंदर शांति है, उसे खोजो, उसको महसूस करो। अगर शांति-शांति कहने से ही शांति हो जाती तो अब तक तो हो जानी चाहिए थी। अब तक नहीं हुई है, तो कम से कम कुछ तो बदलिए। क्या बदलिए? मुंह को बंद कीजिए और अंतर्मुख होकर हृदय को खोलिए। क्योंकि शांति को पैदा करने की जरूरत नहीं है। शांति तो स्वयं आपके अंदर है, जैसे वह नमक जो पानी में घला हुआ है, वैसे ही शांति भी आपके अंदर है। होश संभालने के साथ ही आप शांति, आनंद और चैन को ढूंढ रहे हैं। परंतु वह आपके हृदय के अंदर ही स्थित है। उसके अनुभव के लिए आपको इसे अपनाना पड़ेगा। इसे महसूस करने के लिए आप में इच्छा होनी चाहिए कि आप अपने जीवन में यह शांति चाहते हैं। जब तक अनुभव नहीं होगा, तब तक सारी बातें अधूरी हैं। जिस शांति की आपको तलाश है, वह शांति आपके अंदर है। कब तक रहेगी? जब तक आप जीवित हैं, तब तक रहेगी। आपकी सुंदरता कब बढ़ेगी? इस संसार के अंदर ऐसी कौन सी चीज है, जिसे पहनकर आप दरअसल अच्छे लगेंगे? वह है शांति।
आप शांति रूपी चादर ओढ़ेंगे तो आपके चेहरे पर मुस्कान होगी। वह मुस्कान सबसे सुंदर दिखाई देगी, तब आप असल में चमकेंगे। हृदय के दर्पण में आप अपनी परछाई देखेंगे, तो आप भी ऐसे आनंद से भर जाएंगे और कहेंगे - ‘हे बनाने वाले, तुमने कितनी सुंदर चीज बनाई है जिसे हम बाहर ढूंढ रहे हैं।’ हकीकत में वे हमारे हृदय में है. शांति से बड़ा सुख हो नहीं सकता। आप इसे मह्सूस कर सकते है और दूसरा आपके चहरे से पढ़ सकता है. 
जय गुरुजी.

In English:

(Salt dissolved in water does not appear. It does not mean that he disappeared. Although the eye can not see, the tongue can taste it. Is true with you. You can not see eye to peace, but his heart can experience. He is also in power everywhere-the land, sky, air, water and in the trees and you are alive because of him. Do you believe that is written in your horoscope, you're alive because of it, but no. Who will it go, do not tell anyone. What will happen when it does not know. At the same thing in their life go by believing that they know what will happen tomorrow. Where do you live? In present. Tomorrow you can not live. Even then he will have to come tomorrow as today. Where do you live? Today I. And where are your hopes? In tomorrow. What do you worry? Yesterday. And tomorrow will not ever. All life you have to live in today.

Rite should insert it in your peace, find him, feel him. If peace-peace for peace to say where he should have taken place so far. So far it is not, then at least something Change. Change what? Close Inter-Home through the mouth and open heart. Because there is no need to create peace. Peace inside yourself, like the salt in the water is dissolved, so peace is inside you. Conscious of handling you peace, joy and peace are looking for. But it is within your heart. Her experience you will adopt it. Should you wish to feel it in that you want peace in your life. While the experience will not be long, many things are incomplete. The peace you are looking for, that peace is inside you. How long will? As long as you are alive, then will be up. How will your beauty? Which is that in this world, you actually wear that will look good? He peace.

Rupee peace will smile on your face when you wear sheet. He'll see the most beautiful smile, you really shine. You will see your reflection in the mirror of the heart, you too will be filled with joy and say - 'Hey makers, you have created something so beautiful

We're looking for. "In reality they have in our heart. Peace can not be a luxury. You can feeling and another can read your face.)
Jai Guruji.

  

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