Tuesday, April 28, 2015

बुद्धिमान भारतीय .. (Intelligent Indian..)


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सुभाष चंद्र बोस इंग्लैंड में आईसीएस का इंटरव्यू देने गए। वहां उनका इंटरव्यू लेने वाले सभी अधिकारी अंग्रेज थे। दरअसल, वे भारतीय को किसी उच्च पद पर नहीं देखना चाहते थे। इसलिए इंटरव्यू में अजीबो-गरीब प्रश्न पूछकर भारतीयों को नीचा दिखाने का प्रयास करते रहते थे। सुभाष इंटरव्यू के लिए अंग्रेज अधिकारियों के समक्ष बैठ गए। अधिकारी ने उन्हें देखकर व्यंग्य से मुस्कराते हुए पूछा, ‘बताओ, उस छत के पंखे में कुल कितनी पंखुड़ियां हैं।’ प्रश्न सुनकर सुभाष की नजर पंखे पर चली गई। उन्हें पंखे की ओर देखता पाकर अंग्रेज मुस्कराते हुए एक-दूसरे की ओर देखने लगे। तभी दूसरा अंग्रेज बोला, ‘यदि तुम पंखुड़ियों की सही संख्या नहीं बता पाए तो इस इंटरव्यू में फेल हो जाओगे।’ एक और सदस्य बोला, ‘भारतीयों में बुद्धि होती ही कहां है?’ उनकी बातें सुनकर सुभाष निर्भीकता से बोले, ‘अगर मैंने इसका सही जवाब दे दिया तो आप भी मुझसे दूसरा प्रश्न नहीं पूछ पाएंगे। और साथ ही मेरे सामने यह भी स्वीकार करेंगे कि भारतीय न सिर्फ बुद्धिमान होते हैं बल्कि वे निर्भीकता और धैर्य से हर प्रश्न का हल खोज लेते हैं।’ इसके बाद सुभाष तेजी से अपने स्थान से उठे। उन्होंने चलता पंखा बंद कर दिया और पंखा रुकते ही पंखुड़ियों की संख्या गिन ली। सुभाष की विलक्षण  बुद्धि, सामयिक सूझबूझ और साहस को देखकर इंटरव्यू बोर्ड के सदस्यों के सर शर्म से झुक गए। वे फिर उनसे आगे कोई प्रश्न नहीं पूछ पाए। उन्हें इस बात को भी स्वीकार करना पड़ा कि भारतीय साहस, बुद्धिमानी और आत्मविश्वास से हर मुसीबत का हल खोज लेते हैं।
Jai Hind ....Jai Bharat ...
जय गुरुजी. 

In English:

(Subhas Chandra Bose was interviewed in England ICS. British officers who were interviewed there. Actually, they wanted to see India to a higher post. So strange interview by asking questions disparaging Indians lived. Subhash sat down for an interview with the British authorities. The official Seeing them smiling sarcastically asked, 'Tell me, how many petals that are a total ceiling fan. "Listening to question Subhash fans went on the eye. He looked up to find the fan beams Englishman looked at each other. Only the second Englishman said, 'If you could not tell the exact number of petals will be dropped into this interview. "Another member said," Where is the wisdom of the Indians?' Hear his words Subhash boldly said, 'If I gave the correct answer, you will not ask me another question. As well as in front of me it will accept that India is not only intelligent, but they manage to find the solution to every question with boldness and patience. "Then Subhash increasingly leaving their desks. He walked off the fan and the fan has stopped counting the number of petals. Subhash's singular intelligence, understanding and courage to see the occasional interview board members bows head in shame. They then did not ask him any further questions. They also had to admit that the Indian courage, wisdom and confidence to manage to find the solution to every problem.)
Jai Hind ....Jai Bharat ...

Jai Guruji.

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