पाचन तंत्र पर ही पूरे शरीर का स्वास्थ्य निर्भर होता है। इसका ठीक रहना जरूरी है। कब्ज, अपच या अनाप-शनाप खाने से पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है। पाचन तंत्र के कमजोर होने से कई तरह के रोगों की उत्पत्ति होती है।
दूसरी ओर यदि पाचन तंत्र सही भी है तो बहुत से लोगों की तोंद निकली हुई है या मोटापा उन्हें परेशान कर रहा है। दोनों बातें आपके स्वास्थ्य पर खतरनाक असर डालने वाली सिद्ध हो सकती हैं।
अनियमित भोजन और जीवनशैली से इस तरह की समस्याओं का जन्म होता है। लगातार मसालेदार भोजन करते रहने या भोजन के बाद सो जाने से भी पाचन तंत्र पर असर पड़ता है। मद्यपान और अत्यधिक भोजन करने से भी भोजन पचाने की क्षमता घट जाती है और तोंद निकलने लगती है। पाचन तंत्र के लिए चुनिंदा योगासन हैं जिन्हें हर दिन नियमित रूप से करने पर पाचन तंत्र बिलकुल दुरुस्त बना रहता है। लेकिन हम लाए हैं आपके लिए एक बेहतरीन और कारगर योगासन जिसे करने से तुरंत ही आपको लाभ मिलना शुरू होने लगेगा।
लेटी हुई अवस्था में पैरों का संचालन करना ही शयन पाद संचालन आसन है। यह ठीक उसी तरह है जबकि कोई बच्चा लेटे-लेटे साइकल चला रहा हो। यह आसन दो तरह से किया जा सकता है। पहला तरीका बहुत ही साधारण है और दूसरा तरीका स्टेप बाई स्टेप है।
पहला तरीका :
पीठ के बल भूमि पर लेट जाएं। हाथ जंघाओं के पास। पैर मिले हुए। अब धीरे से पैर और हाथ एकसाथ उठाकर हाथ-पैरों से साइकल चलाने का अभ्यास करें। थक जाएं तो कुछ देर शवासन में विश्राम करके पुन: अपनी सुविधा अनुसार यह प्रक्रिया करें।
पीठ के बल भूमि पर लेट जाएं। हाथ जंघाओं के पास। पैर मिले हुए।
संचालन-1
2. श्वास भरते हुए बाएं पैर को घुटने से सीधा रखते हुए जंघा जोड़ से ऊपर की ओर उठाएं और प्रश्वास करते हुए नीचे लाएं। इसी क्रिया को दाएं पैर से दोहराएं। आवृत्ति 10 बार दोहराएं। पूर्ण होने पर प्रारंभिक स्थिति में आएं। अल्प विश्राम करें।
संचालन-2
श्वास भरते हुए दोनों पैरों को ऊपर उठाएं और प्रश्वास करते हुए पैर नीचे लाएं। प्रक्रिया को 5 बार करें। आवृत्ति पूर्ण होने पर अल्प विश्राम कर प्रारंभिक स्थिति में आएं।
संचालन-3-4
श्वास भरते हुए पैरों को क्षमतानुसार ऊपर उठाएं। प्रश्वास करते हुए दाएं पैर को दाईं ओर और बाएं पैर को बाईं ओर ले जाएं। श्वास भरते हुए मध्य में लाएं। इस प्रक्रिया को लयबद्धता के साथ 5 बार दोहराएं।
आवृत्ति पूर्ण होने पर मध्य में पैरों को ऊपर ही रखें और अब एक पैर आगे और एक पैर पीछे ले जाएं। गत्यात्मक रूप से इस प्रक्रिया को 5 बार करें। आवृत्ति पूर्ण होने पर पैर धीरे से नीचे लाएं और विश्राम करें।
संचालन-5
प्रारंभिक अवस्था में आएं। श्वास भरें। पैरों को जमीन से 45 के अंश पर ऊपर उठाएं। प्रश्वास करते हुए पैरों में क्षमतानुसार फासला बनाएं।
श्वास भरें। प्रश्वास करते हुए दोनों पैरों को अपनी-अपनी धुरी पर बाएं पैर को बाईं ओर और दाएं पैर को दाईं ओर एकसाथ गोलाकार घुमाएं। तीन बार करें, फिर विपरीत क्रम से तीन बार घुमाएं। आवृत्ति पूर्ण होने पर पैर पास-पास लाएं और प्रश्वास करते हुए धीरे से जमीन पर लाएं। अल्प विश्राम कर प्रारंभिक अवस्था में आएं।
संचालन-6
प्रारंभिक अवस्था में आने के बाद बाएं पैर को जमीन से 45 के अंश पर उठाएं और नीचे की ओर लाएं। एड़ी को जमीन पर न टिकने दें। साथ-साथ दाएं पैर को उठाएं और उसे नीचे लाते समय बाएं पैर को उठाएं। इस क्रिया की लयबद्ध तरीके से 5 से 10 आवृत्ति करें। पूर्ण होने पर पैर नीचे लाकर अल्प विश्राम करें।
संचालन-7-8
प्रारंभिक अवस्था में आएं। बाएं पैर को घुटने से मोड़ते हुए पंजे को पकड़कर अंगूठे को नासिका से स्पर्श कराएं। ध्यान रहे, गर्दन जमीन से उठे नहीं। धीरे-धीरे पैर नीचे कर प्रक्रिया को दाएं पैर से करें आवृत्ति पूरी होने पर पैर नीचे करें। अल्प विश्राम करें। 3. अब दोनों पैरों को घुटने से मोड़ते हुए दाएं हाथ से दायां पंजा, बाएं हाथ से बायां पंजा पकड़ें।
घुटना शरीर से बाहर की ओर रहेगा। श्वास भरें। प्रश्वास करते हुए दोनों पंजों के अंगूठों को नासिका से स्पर्श कराने का प्रयास करें। अंतिम अवस्था में कुछ क्षण रुकने के बाद पैरों को जमीन पर टिका दें। विश्राम करें।
संचालन-9
प्रारंभिक स्थिति बनाएं। श्वास भरते हुए दोनों पैरों को एकसाथ हवा में जमीन से 4-6 इंच ऊपर उठाएं। क्षमतानुसार सामान्य श्वास-प्रश्वास के साथ रुकें। धीरे-धीरे पैर नीचे लाएं। अल्प विश्राम करें।
संचालन-10
प्रारंभिक अवस्था में आएं। हाथों व पैरों को उठाकर लेटे-लेटे ही साइकल चलाने की तरह उन्हें गतिमान करें। एक दिशा में 5 बार चलाने के बाद दूसरी दिशा में भी यही क्रिया 5 बार दोहराएं। पूर्ण होने पर हाथ-पैर नीचे लाकर विश्राम करें।
संचालन-11
प्रारंभिक अवस्था में लेटें। श्वास भरते हुए दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। दोनों पैरों को मिलाकर रखें और एकसाथ उन्हें बाईं ओर से घुमाएं। 3 चक्कर पूर्ण होने पर दाईं ओर से क्रिया को 3 बार दोहराएं। आवृत्ति पूरी होने पर पैरों को नीचे लाकर विश्राम करें।
संचालनों के दौरान लयबद्धता का विशेष रूप से ध्यान रखें। 2. किसी भी प्रकार की जोर-जबर्दस्ती शरीर के साथ न करें। गर्दन को न उठाएं और पैर वापस लाते समय झटका न दें। 4. आपकी क्षमतानुसार आप जहां तक जा सकते हैं, वही आपकी अंतिम स्थिति है।
इस आसन के फायदे :
इस आसन के नियमित अभ्यास से मोटापा दूर होगा और पाचन तंत्र संबंधी रोग दूर होंगे। यह आसन मधुमेह रोग को दूर करने में भी लाभदायक सिद्ध होगा। इससे तोंद हट जाएगी और आपका पेट पहले वाली स्थिति में होगा। इससे पेट की मांसपेशियां मजबूत होगी और कमजोर आंतों को भी शक्ति मिलेगी।
जय गुरूजी.
In English:
(The digestive system is dependent on the health of the entire body. It needs to be fixed. Constipation, indigestion or digestive system by eating rubbish seems to be weak. Digestive system diseases, like weakening is produced.
On the other hand if the digestive system is true of so many people have turned belly or obesity is bothering them. Both can impact on your health, which would prove to be dangerous.
Irregular eating and lifestyle issues is born. Spicy foods continue to consistently go to sleep or after a meal has an impact on the digestive system. Alcoholism and excessive eating also decreases the ability to digest food and get pot belly looks. Digestive system are selectively yoga every day at regular digestive system remains completely intact. But we have brought for you an excellent and effective yoga to whom the benefit will start immediately.
Lying in state to conduct foot posture Locomotion is only sleeping. It is the same way, while a child is lying-lying cycling. This posture can be done in two ways. The first method is very simple and the second method is step by step.
First Method: Lie flat on your back on the ground. Hands near Jngaon. Foot met. Now slowly lift the limbs together with leg and arm cycling practice. Even if tired while relaxing in Shavasana again to process it according to your convenience.
Lie back on the ground. Hands near Jngaon. Foot met.
Operations -1
2. Breathing flooding left leg, keeping the knee straight leg lift and exhale to add to bring down. Repeat this action right leg. Repeat 10 times frequency. Head to the starting position upon completion. Short break.
Operations -2
Inhale and exhale while filling lift both legs up to bring down the leg. Process 5 times. On completion, the short rest, visit frequency in the initial position.
Steering-3-4
Breathing capacity by filling the legs lift up. Exhale the right leg and the left leg to the left, move to the right. Bring your breathing by filling in the middle. Repeat this procedure 5 times with the rhythms.
Keep your feet up in the middle on completion frequency and move back a foot forward and one foot. Dynamically to the process 5 times. Lower frequency complete leg slowly and relax.
Operating -5
Come in the early stages. Fill breathing. 45 feet from the ground up to take part. Create distance in feet by inhalation capacity.
Fill breathing. Exhale the two legs on their axis to the left foot and right foot on the left side to the right circle rotate together. Three times, then roll three times vice versa. The frequency on the leg side by side to bring complete and exhale gently bring to the ground. Short rest to come in the early stages.
Operations -6
In the early stages after the left leg off the ground and down take on portions of 45 minimum. Do not harbor heel on the ground. Lift the right leg with the left leg and take him down when fetching. To the rhythm of the action frequency 5 to 10. On completion, bringing down a short break legs.
Steering-7-8
Come in the early stages. Turning left leg from the knee to the toes touch the nasal make holding thumbs. Mind you, the neck is raised off the ground. Gradually the frequency of foot, right leg down process is complete down to the feet. Short break. 3. Turning now both legs from the knee to the right paw right hand, left hand, hold the left paw.
Knee should be pointing out of the body. Fill breathing. Exhale the two claw toes, try to touch the nose. Wait a few moments after the final stage based on the feet to the ground. Veg out.
Operations -9
Create the initial position. Breathing filling both feet together in the air to take up 4-6 inches off the ground. Stay with normal breathing capacity. Slowly bring down the leg. Short break.
Operating -10
Come in the early stages. Raise hands and legs lying-lying moving them to like the bicycles. After running in the other direction in a direction 5 times 5 times repeat the same action. On completion, bringing down limbs relax.
Operating -11
Lie in the early stages. Breathing filling lift both legs up. Keep both feet together and left together, turn them. 3 laps completed action from the right side Repeat 3 times. At the end of frequency by bringing down the legs relax.
During operations especially aware of the rhythms. 2. Any type of thrust-force with the body not. Do not lift the neck and back legs do not blow when fetching. 4. Your ability as far as you can go, what is your final position.
The advantages of this posture:
Far from regular practice of this asana obesity and digestive system diseases are away. This asana would benefit in removing diabetes disease. This pot will be lifted and your stomach will be put at first. This would strengthen the abdominal muscles and weak intestines will also power.)
Jai Guruji.
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