आपका डर हमेशा भविष्य को लेकर होता है। उस बात को लेकर, जो अभी हुई नहीं है बल्कि हो सकती है। लेकिन उसके होने की कोई गारंटी नहीं है। इसका मतलब है कि फिलहाल इसका कोई अस्तित्व नहीं है। डरने का मतलब है कि आप ऐसी चीज से परेशान हो रहे हैं, जिसका वजूद नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप हकीकत में रहने के बजाय एक ख्याली दुनिया में जी रहे हैं। आप वास्तव में भविष्य के बारे में कुछ नहीं जानते।
आप भविष्य की योजना बना सकते हैं, लेकिन उसमें जी नहीं सकते। लेकिन आजकल लोग भविष्य में जी रहे हैं। इससे बचने का एक ही तरीका है कि आप वास्तविकता के धरातल पर उतरें। अगर आप बेकार की कल्पना करने के बजाय इस पल में जिएं, वर्तमान में मौजूद चीजों में मगन रहें और उनसे कुशलतापूर्वक निपटें। फिर डर के लिए कोई जगह ही नहीं बचेगी।
डर के चलते ही आप हर वक्त अपने चारों तरफ सीमाएं बनाते रहते हैं। अगर आप इस तरह जीवन के दायरे को सीमित करते रहेंगे तो सुरक्षित तो हो सकते हैं, लेकिन फिर जीवन से भी वंचित रह जाएंगे। यह नहीं जान पाएंगे कि जीवन होता क्या है। अब यह आपको तय करना है कि आप धरती पर जीवन का अनुभव लेने आए हैं या उससे बचने। अगर जीवन के अनुभव लेने आए हैं तो उसके लिए सबसे जरूरी चीज है एक जज्बा। अगर आप में वह नहीं है तो आपको जीवन का बहुत कम अनुभव हो पाएगा। दरअसल, जैसे ही डर आपके पास आता है, आपकी तीव्रता कम हो जाती है और जीवन को अनुभव करने की क्षमता गायब हो जाती है। तब आप मनोवैज्ञानिक समस्या के शिकार बन जाते हैं। ऐसे में आपके मन में चल रही चीजें ही आपके लिए हकीकत बन जाती हैं।
उस स्थिति में आप कभी भी कोई असाधारण खुशी का अनुभव नहीं कर पाते। जब आप डरे होते हैं तो आपमें बेफिक्री नहीं आ पाती। फिर आप ऐसी कोई चीज खुलकर नहीं कर सकते, जिसमें जीवन की झलक हो। तब आप बैठकर बस तमाम परेशानियों और जोखिमों के बारे में ही सोचते रहते हैं और खुद में परेशान होते रहते हैं।
सोचिए जरा, आखिर ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, हद से हद आप मर जाएंगे, इससे ज्यादा तो कुछ नहीं होगा। तो मरने से पहले आप कम से कम अच्छे से जी तो लें, क्योंकि मरना तो एक न एक दिन है ही। हालांकि हम लोग अपने लिए यह नहीं चाहते। अक्सर हम अगले कई सालों तक जीने की योजना बनाते हैं, जबकि मौत कभी भी आ सकती है। आपने कितने गरिमापूर्ण ढंग से और कितनी बेफिक्री से यह जीवन जिया है। बस यही मायने रखता है। जीवन काफी छोटी होती है, लेकिन आप भविष्य की सोच कर तनाव भरा जीवन बना देते है. इसलिए आप वर्तमान में जीये, और हर पल का आनंद उठाए, सच पूछिये मजा आ जाएगा.
जय गुरुजी.
In English:
(Your fear is always about the future. From that point, which is not yet but could be. But it does not guarantee. This means that at the moment it does not exist. Fear means that you are bothered by something, which is non-existent. That's because you live in reality instead of an imaginary world are living. You really do not know anything about the future.
You can plan for the future, but it can not live. But nowadays people are living in the future. This is the only way to avoid that you get off on the ground of reality. Imagine if instead of useless to live in the moment, things are at present, be merry and deal with them efficiently. Then there is no place for fear.
Out of fear every time you make your way around the limitations remain. If you continue to limit the scope of such a life can be saved, but then there will be deprived of life. Would not know what it is life. Now you have to decide whether you have come to experience life on earth or escaping. If you have come to the experience of life is the most important thing a passion. If you do not then you will have very little experience of life. Indeed, such is the fear you, your intensity is reduced and the ability to experience life vanishes. Then you become a victim of psychological problems. Such things are going on in your mind become a reality for you.
In that case you can not ever experienced an extraordinary pleasure. If you are afraid of you, would not abandon. Then you can open such a thing, which is a reflection of life. Then you just sit and think only about all the problems and risks remain and suffer themselves.
Just think, after all, what more would you limit the extent of the die, then nothing more. If you die before you take at least a good living, because death is the same one day. Although we do not want it for myself. Often we plan to live the next several years, the death may come anytime. How many of you watched a dignified manner and how it is lived. That's what counts. Life is very short, but do you think the future is to make life stressful. So you currently decades, and enjoy every moment taken, strictly speaking, it will be fun.)
Jai Guruji
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