Friday, April 24, 2015

जरा मुस्कुराइए .. ..(Just Smile .. )


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मुस्कराहट व हंसी में अद्भुत आकर्षण होता है। मुस्कराता चेहरा सभी को अच्छा लगता है और इसे देखकर स्वाभाविक तौर पर सभी के चेहरों पर मुस्कराहट फैल जाती है। उदास चेहरे में भी खुशी की लहर आ जाती है। मुस्कराहट स्वाभाविक होने के साथ-साथ बनावटी भी हो सकती है। यह स्वाभाविक तब होती है, जब यह अंतर्मन की गहराइयों से फूटकर निकलती है और बनावटी तब होती है, जब केवल दूसरों को दिखाने के लिए होती है। जब व्यक्ति बहुत परेशान होता है, उदास या दुखी होता है, तो उसकी यह सहज मुस्कराहट एक पल में गायब हो जाती है। चेहरे पर उदासी, गंभीरता, घबराहट नजर आने लगती है। यदि व्यक्ति इसे दूर करने का उपाय कर सके तो शायद अपनी जिंदगी को बहुत खुशहाल बना सकता है। इसके लिए सबसे पहले उसे अपने जीवन के उन पलों को याद करना चाहिए, जिनके स्मरण मात्र से आप प्रसन्नता से भर जाते हैं। दूसरे उपाय के अंतर्गत अपने चेहरे को दर्पण में देखना चाहिए कि वह कैसा दिख रहा है? पहले आप सामान्य रूप से स्वयं को गौर से देखें, फिर मुस्कराकर देखें। इसके द्वारा स्वयं में ही फर्क महसूस होगा। तीसरा उपाय यह करना चाहिए कि मुस्कराते हुए चेहरों को गौर से देखना चाहिए। उनकी भाव-भंगिमा, उनकी प्रसन्नता को अपने भीतर भी अनुभव करके सहज तौर पर मुस्कराने का प्रयास करना चाहिए। चौथा उपाय यह भी है कि आप प्रकृति के संपर्क में अधिक से अधिक रहें। मुस्कराहट एक ऐसी यूनिवर्सल लैंग्वेज है जिसे दुनिया के किसी भी कोने में कोई भी व्यक्ति सहजता से समझ सकता है। हंसना प्राकृतिक रूप से हमारे जीवन का हिस्सा है, जो हमें जन्म के साथ ही मिलता है। जब हम मिल-जुलकर हंसते हैं, तो यह एक-दूसरे को करीब लाने के साथ ही खुशियों में वृद्धि भी करती है। हंसी इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है, एनर्जी बढ़ाती है, पीड़ा भुलाती है, साथ ही तनाव से होने वाले नुकसान को बचाती है।  तनाव, दुख और द्वंद्व को दूर करने के लिए हंसी एक अच्छा इलाज है। संबंधों को बेहतर बनाने के लिए आपसी मेल-मिलाप के साथ-साथ मिल-जुलकर हंसना भी जरूरी है। हंसी तकलीफदेह भावनाओं को समाप्त करने का काम करती है। हंसने से गुस्से, चिड़चिड़ापन या दुख का अहसास नहीं होता। यह तनाव को कम करके मन को शांति प्रदान कर ऊर्जा में वृद्धि करती है। 
जय गुरुजी. 

In English:

(Smile and laugh is a wonderful attraction. Smiling and looking at it all looks good natural smile on the faces of all the catches. Sad wave of joy comes in the face. Along with being a natural smile can also be artificial. This naturally occurs when it is released uncontrollably from the depths of inner and artificial occurs when there is only to show others. When a person is very upset, depressed or sad, so it is the spontaneous smile vanishes in an instant. On the face of sadness, seriousness, seems to be a flurry. If the person of remedial measures could make possible then maybe my life very happy. The first must recall those moments of your life, which only reminded you are filled with joy. Under the second measure should see his face how he looks in the mirror? Before you normally look deeply into themselves, then see a smile. It will feel a difference within itself. The third measure, it should be noted that the beams should see faces. His demeanor, his happiness and his inner experience should try to smile lightly. The fourth way is that you're more in touch with nature. Smile is a universal language, in any corner of the world, one can easily understand. Laughter is a natural part of our lives, which we get with the birth. When we laugh together, then get closer to each other will increase as well as the joys. Laughter strengthens the immune system, increases energy, Bhulati suffering, as well as protecting from stress damage. Stress, sadness and laughter is a good cure for the conflict to overcome. To improve relations with harmony closely laugh is also essential. Laughter works to eliminate painful feelings. Laughing anger, irritability or feeling of unhappiness is not. It reduces stress, increases energy and provide peace of mind.)
Jai Guruji.


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