श्रीमद्भागवत गीता द्वापरयुग में लिखा गया ग्रंथ है ,जो वर्तमान में मौजूद है। इस ग्रंथ में लिखा हुआ हर शब्द भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन से कहा था। यह प्रमाण है कि भगवान श्रीकृष्ण ने धरती पर जन्म लिया है। इस बात को वैज्ञानिक भी मानते हैं।
भू वैज्ञानिकों द्वारा महाभारत और भागवत पुराण में वर्णित द्वारका के अवशेष पानी के भीतर से खोजे जा चुके हैं। उन्हें द्वापरयुग के सिक्के भी प्राप्त हुए हैं, जिनमें कृष्ण से सम्बंधित चिह्न उत्तकीर्ण हैं। इनसे प्रमाणित होता है कि भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया था।
प्रमाणित होता है कि भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण ने इस पृथ्वी पर जन्म लिया था।
वैदिक साहित्य और बौद्ध धर्म के सूत्र पिटक और ललितविस्तर सूत्र में भी श्रीकृष्ण का वर्णन मिलता है। इनसे सिद्ध होते है कि भगवान श्रीकृष्ण मिथक नहीं, बल्कि द्वापरयुग में जन्में थे।
वहीं, भागवत महापुराण के द्वादश स्कंद के द्वितीय अध्याय के अनुसार, 'कलियुग के आरंभ के संदर्भ में भारतीय गणना के अनुसार कलयुग का आरंभ ईसा से 3102 वर्ष पूर्व 20 फरवरी को 2 बजकर 27 मिनट तथा 30 सेकंड पर हुआ था।'
पुराणों में भी उल्लेखित है कि, 'जब श्री कृष्ण का स्वर्गवास हुआ तब कलयुग का आगमन हुआ, इसके अनुसार कृष्ण जन्म 4,500 से 3,102 ई. पूर्व के बीच मानना ठीक रहेगा। इस गणना को सत्यापित करने वाली खोज मोहनजोदाड़ो सभ्यता के विषय में 1929 में हुई।'
इतिहासकार ई.जे.एच. मैके द्वारा मोहनजोदाड़ो में हुए उत्खनन में एक प्राचीन भित्तिचित्र मिला जिसमें दो वृक्षों के बीच खड़े एक बच्चे का चित्र बना हुआ था, जो हमें भागवत आदि पुराणों में लिखे कृष्ण द्वारा यमलार्जुन के उद्धार की कथा के ओर ले जाता है।
इसके अनुसार महाभारत का युद्ध 3000 ई. पूर्व हुआ होगा जो पुराणों की गणना में सटीक बैठता है। इससे भगवान कृष्ण के जन्म का सटीक अंदाजा मिलता है।
In English:
(Daparyug Shrimad Bhagwat Gita was written texts, which currently exists. Every word written in the book of Lord Krishna told Arjuna. This is proof that Lord Krishna was born on earth. Scientists also believe this.
Mahabharata and the Bhagavata Purana by earth scientists described remains of Dwarka have discovered underwater. He received Dwaparyug coins which are related to Krishna are Uttkiarn mark. These certify the eighth incarnation of Lord Vishnu that Krishna was born on this earth.
Krishna is the eighth incarnation of Lord Vishnu is evident that the earth was born.
Vedic literature and Buddhist Sutra Pitaka and Krishna is described in Lalitavistara Sūtra. They prove that Lord Krishna myth, but Daparyug was born.
However, according to Bhagwat mahApurANa Chapter II of the Skanda XII, "in reference to the beginning of Kali Yuga, according to the calculations of Christ 3102 years before the beginning of Kaliyuga 2 hrs 27 minutes and 30 seconds on February 20 took place."
Puranas also stated that, "The death of Krishna was the arrival of Kali, Krishna, according to E 3,102 4,500 births. It would be good to believe the former. I verify that the calculations made in 1929 concerning Mohenjodaro civilization. "
Historian Ikje.ack The excavation of an ancient graffiti found in Mohenjodaro by McKay in standing between two trees was a huge portrait of a child who wrote to us by Krishna in the Bhagavata Puranas etc. Ymlarjun narrative of salvation leads.
According to 3000 AD battle of Mahabharat. The former will be the calculation of the mythology that fits. It's the birth of Lord Krishna is the exact idea.)
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