जीवन में अनचाहे ही कई बार व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से ईर्ष्या करने लगता है। इस स्थिति में व्यक्ति का आत्मनियंत्रण चुक जाता है। अधिकांश लोग वैचारिक रूप से श्रेष्ठ बनने का प्रयास करते हैं। वे विचारों में सभी मानवीय गुणों से प्रभावित होकर उन्हें जीवन में अपनाने की इच्छा पालते हैं, लेकिन जीवन की व्यावहारिक स्थितियां अत्यंत कष्टकारी होती हैं। इसलिए व्यक्ति लाख चाहने पर भी मानवीय गुणों का अनुसरण नहीं कर सकता। मानवीय जीवन की अच्छाई-सच्चाई के साथ बने रहने की इच्छा करना और व्यावहारिक जीवन में इस इच्छा पर स्थिर रहना प्राय: दो विपरीत परिस्थितियां होती हैं। अच्छा-सच्चा होने का सिद्धांत वास्तविक जीवन के दुगरुणों से हार जाता है। ऐसे में मानव का झुंझलाना स्वाभाविक है। इस कारण उसमें भी कई दुगरुण आ जाते हैं। ईर्ष्या भाव भी इसी का परिणाम है। ईर्ष्या भावना व्यक्ति को उसके मूल स्वभाव से अलग करता है। वह कृत्रिम नकारात्मकता से ग्रसित हो जाता है और परिवेश के मलिन विचारों, उनके आधार पर होनेवाले व्यवहारों से चलने लगता है। ऐसे में एक ऐसा उपाय है, जिसके बल पर ईर्ष्या-द्वेष से छुटकारा पाया जा सकता है और ईष्र्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जिस व्यक्ति से ईष्र्या-जलन भावना महसूस होने लगे तो उसके उपकार याद करने चाहिए। उसने जो भी छोटे से छोटा उपकार किया, लोगों की जिस तरह भी सहायता की, उसके बारे में सोचें। यदि कभी किसी ने आपको एक गिलास पानी भी पिलाया हो तो वह भी उस व्यक्ति का आप पर बहुत बड़ा उपकार है। ईष्र्या से मुक्ति के लिए आप अपने जीवन पर उन व्यक्तियों के उपकार याद करें जिन्होंने कभी न कभी किसी न किसी रूप में आपकी निस्वार्थ सहायता की हो। तब आप उस व्यक्ति के बारे में एक नए सकारात्मक दृष्टिकोण से भर उठेंगे जिससे ईष्र्या करते हुए आप नकारात्मक ऊर्जा में जलने लगे थे। किसी व्यक्ति के अवगुणों पर आत्ममंथन करने से उसके अवगुण नष्ट नहीं होते, बल्कि आत्ममंथन करनेवाला निरंतर बेचैनी और तनाव में फंसता जाता है, जबकि उसी व्यक्ति के उपकार और सद्गुणों को याद करके हम अपने लिए वैचारिक लाभार्जन करते हैं। इससे हमारी संवेदना बढ़ती है। हमारी मानवीय चेतना नवदृष्टि प्राप्त करती है।
जय गुरूजी.
In English:
(Unwanted in life seems to be jealous of another person several times. In this case the person's self-control is exhausted. Most people strive ideologically up-manship. Inspired by the ideas of all human qualities they wish to adopt them breed in life, but the practical conditions of life are extremely painful. Therefore, in spite of individual human qualities million can not follow. Human life is good and his desire to remain with the truth in practical life will remain stable generally are two opposite conditions. Good-true principle of being lost to real life is Bad qualities. The natural human Madden. For this reason it also brings many Bad qualities. Envy similar results. Feeling jealous person is different from its original nature. He becomes obsessed with negativity and artificial environments somber thoughts, which are based on their behaviour starts running. In such a solution, which may overcome the force of the jealousies and jealousy control can be found. If you start feeling jealous, jealous of the person should remember his favour. She also did small favours, the way people helped him think about. If ever you have to drink a glass of water and he is the person a great favour on you. To get rid of jealousy on your life, remember the favours of those who at some time or another to get your selfless assistance. Then that person shall be filled with a new positive attitude so jealous jealous, you were in negative energy. Introspection on one's vices are not destroyed by his vice, but introspection is going to get entangled in constant discomfort and stress while recalling the virtues of the individual benefits and our profits are conceptual. It expands our condolences. Our human consciousness receives new vision.)
Jai Guruji.
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