सुभाष के घर से लगे हुए दो बड़े बगीचे थे। इनमें एक किचन गार्डन था और दूसरा फ्लावर गार्डन। किचन गार्डन में सब्जियां उगाई जाती थीं और फ्लावर गार्डन में रंग-बिरंगे मौसमी फूल। एक दिन माली काका बाग में गुलाब के पौधों को पानी दे रहे थे। नन्हे सुभाष वहां पहुंच गए और बोले, ‘माली काका, मुझे गुलाब बहुत पसंद है। लाइए, मैं इनको पानी दूं।’ माली काका ने सुभाष के हाथ में पानी का जग थमा दिया। वह पौधों में पानी डालने लगे। तभी सुभाष के हाथ में एक कांटा चुभ गया और उनके मुंह से चीख निकल गई। वह बोले,‘माली काका, गुलाब तो बहुत सुंदर हैं पर इनमें कांटे क्यों हैं? क्या आप ऐसी कोई खाद जानते हैं जो बिना कांटों के गुलाब उगा सके?’ सुभाष का प्रश्न सुनकर माली काका बोले,‘बेटा, जब जिंदगी में फूल के साथ कांटे होते हैं तो फिर पौधे में फूलों के साथ कांटे क्यों नहीं होंगे! जीवन में कोई चीज सरलता से नहीं मिलती। अब यही देखो, आज हमारा देश गुलाम है। हम आजाद होना चाहते हैं। तो हमें गुलाम बनाए रखने वाले अंग्रेज हमारे देश के कांटे हुए ना। अब अगर हम उन कांटों को निकालने की जुगत करेंगेे तो हमें अपना खून बहाना पड़ेगा। ऐसे ही जैसे गुलाब को निकालने के लिए कांटों को निकालना पड़ता है।’ माली काका की बात सुभाष के हृदय में उतर गई। वह बोले,‘माली काका, मैं इन कांटों को अपने देश से निकाल फेंकूंगा, चाहे इसके लिए मुझे कितना भी रक्त बहाना पड़े।’ सुभाष की बात पर माली काका आशीर्वाद देते हुए बोले, ‘बेटा, तुम्हारी सोच बहुत अच्छी है।’ युवा होने पर सुभाष चंद्र बोस ने लोगों से कहा- ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा।’ उनके इस नारे पर खून देने वालों की लंबी कतार लग गई और कांटे रूपी अंग्रेज भारत की बगिया से निकाले गए।
आज जरूरत है देश में ऐसे ही लाखो सुभाष चन्द्र बोस की जो अपने ही देश में फल फूल रहे देशद्रोहियों और आतंकवादियों को यहाँ से भगा सके.
जय हिन्द.
जय गुरूजी.
In English:
(Subhash's house were engaged two large garden. They had a kitchen garden and a flower garden. Vegetables were grown in the kitchen garden and flower garden, colorful seasonal flowers. Kaka rose gardener in the garden one day were watered. Subhash baby arrived and said, "Kaka gardener, I really like the rose. Law, I give them water. "Jug of water in the hand of the gardener handed Kaka Subhash. He began to water the plants. Subhash and then in the hands of a fork piercing scream came out of their mouths. He said: 'Mali Kaka, roses are so beautiful, why are these thorns? Do you know any manure to grow roses without thorns? "Steve's question gardener heard Kaka said: 'Son, when life with flowers in hands, then why will not plant flowers with thorns! Nothing in life is not easy. Now that, today, our country is a slave. We want independence. Englishman who enslaved us not having our forks. Now if we are planning to remove those thorns Krengee then we will have a bleed. To remove such as roses have thorns removed. "At the heart of Subhash Mali went to Kaka. He said: 'Mali Kaka, I Fenkunga these thorns out of your country, regardless of how much blood I had to pretend. "Subhash Mali Kaka on the blessed said,' Son, your thinking is very good. 'Youth Subhash Chandra Bose when people said "give me blood, I will give you freedom." his blood on the slogan of those who were long queues form of forks extracted from nursery of British India.
Subhash Chandra Bose is needed today in the country of the millions who are flourishing in their own country, traitors and terrorists to run away from here.)
Jai Hind.
Jai Guruji.
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