रामदास ने कड़े परिश्रम से अपने खेत को एक खूबसूरत बाग में बदल दिया था। एक दिन जब वह बाग में पहुंचा तो देखा कि एक बाबा पेड़ पर चढ़कर फल खा रहा है। रामदास ने उससे कहा- 'बाबा, आप इस तरह फल तोड़कर क्यों खा रहे हैं? यदि आपको फल चाहिए ही थे तो मुझसे पूछकर लेते।’ यह सुनकर बाबा बोला - 'मुझे किसी से पूछने की जरूरत नहीं बच्चा। ये सारा संसार परमात्मा ने बनाया है। यह बगीचा और इसमें लगे पेड़-पौधे व फल भी उसी के हैं। मैं परमात्मा का सेवक हूं। इस नाते इन फलों पर मेरा भी हक है।’ रामदास ने कहा - 'परमात्मा का सेवक तो मैं भी हूं। पर इस तरह गलत काम नहीं करता।
आप तो चोरी कर रहे हैं। आप मेरे फल चुराकर खा रहे हैं।’ यह सुनकर बाबा गुस्से में बोला - 'चुप कर अधर्मी। मुझे चोर कहता है। अरे पापी, क्यों मुझ पर यूं लांछन लगा रहा है?’ रामदास समझ गया कि वह बाबा के वेश में कोई ढोंगी है। उसने उसे सबक सिखाने की ठान ली। फल खाने के बाद जैसे ही बाबा पेड़ से नीचे उतरा, रामदास ने एक रस्सी लेकर उसे तने से बांध दिया और फिर एक डंडा उठाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। ढोंगी बाबा चीखने-चिल्लाने लगा - ‘मुझे इतनी बेदर्दी से पीटते हुए तुझे लज्जा नहीं आती? क्या तुझे परमात्मा का तनिक भी खौफ नहीं?’ रामदास बोला - 'मैं क्यों डरूं? यह बगीचा, यह लाठी और मेरे हाथ सब कुछ परमात्मा की ही तो मिल्कियत हैं। समझ लो कि मैं जो कर रहा हूं, वह परमात्मा की इच्छा है।’ यह सुनकर उसने रामदास से अपने बर्ताव के लिए क्षमा मांगी और फिर कभी ऐसा न करने का प्रण लिया।
जय गुरुजी.
English:
(Ramdas hard work, his farm was converted into a beautiful garden. Then came a day when he saw a sage in the garden, climbing trees and eating fruit. 'saint Ramdas told him, why you are eating the fruit break? If you want fruit were asking me to do so. "Hearing this, Baba said -" I do not need to ask anyone baby. The whole world God has created. The garden was planted and fruits and are also the same. I am a servant of God. This is rightfully mine, these fruits. "The Minister said -" servant of God, then I am. This does not work on the wrong way.
You are stealing. You stole my fruits are eaten. "Hearing this, Baba angrily replied -" impious silent. Calls me a thief. Oh sinner, why stigma is going to put me fuckin 'saint Ramdas understood that he is disguised as a pretender. He decided to teach him a lesson. After eating the fruit as soon as saint came down from the tree, Ramdas took a rope tied to her trunk and then picked up a stick and started beating her. saint began screaming creeps - 'me so mercilessly beating you not ashamed? Do you not fear God at all? "Ramdas said - 'I fearWhy? The garden, the staff and my hands are all divine ownership only. Assume that I am, it is the will of God. "Hearing this, she apologized for her behavior to Ramdas and vowed never again to do so.)
Jai Guruji.
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