Tuesday, June 24, 2014

लाइफ स्टाइल डिजीज बन रही है डायबिटीज ...


कम उम्र के लोगों में भी फैल रही है यह बीमारी
लाइफ स्टाइल डिजीज बन रही है डायबिटीज
4000 में से 1536 लोगों को हाई ब्लड प्रेशर
डायबिटीज होने के बाद सिर्फ 70% पुरुष और 30% पर्सेंट महिलाएं आगे का इलाज कराती हैं
40 साल की उम्र के 15% डायबिटिक


* फ्रेश सब्जी और सीजनल फल खाएं
* रोजाना 50 मिनट एक्सरसाइज या वॉक करें
* मौसमी, अमरूद, पपीता, नाशपाती, अनार जैसे फल खाएं
* आम, अंगूर, चीकू, केला, तरबूज जहां तक हो कम खाएं
* नॉनवेज में चिकन और फिश रोस्टेड खाएं और रेड मीट से खुद को दूर रखें
40 साल की उम्र के लोग देश के प्रोडक्टिव पॉपुलेशन में आते हैं। इसलिए सभी एजेंसी, आर्गेनाइजेशन, स्कूल और पैरेंट्स को एक साथ मिलकर इस बारे में काम करने की जरूरत है। डॉक्टर झिंगन ने कहा कि यूएसए में एक स्टडी हुई थी जिसमें रेगुलर एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी पर रिसर्च हुई थी, जिसमें पता चला था कि इस आधार पर 58 पर्सेंट लोग डायबिटीज को आगे बढ़ने से रोकने में सफल रहे या बीमारी को आगे बढ़ने नहीं दिया। मतलब है कि अगर लोग अपनी लाइफ स्टाइल चेंज कर सामान्य तरीके से जिएं तो उनकी भी परेशानी कम हो सकती है और यह साबित हो चुकी है।
दिल्ली सहित पूरे देश में डायबिटीज के बढ़ते मामले चौंकाने वाले हैं, लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि अचानक लाइफ स्टाइल चेंज की वजह से कम उम्र के लोगों में भी डायबिटीज के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि, भारतीय लोग में विदेशी लोगों की तुलना में दस साल पहले डायबिटीज के शिकार होते हैं, लेकिन कुछ साल पहले जहां भारत में 50 साल की उम्र के बाद डायबिटीज देखा जाता था, अब वह 30 से 40 साल से कम उम्र के लोगों में भी दिखने लगा है। डॉक्टरों का कहना है कि खानपान, रहन-सहन, स्ट्रेस, स्मोकिंग और अल्कोहल की वजह से हो रहा है, अगर इसे कंट्रोल कर लिया जाए तो न केवल डायबिटीज से बचा जा सकता है, बल्कि इसके शिकार होने के बाद इसे कंट्रोल भी किया जा सकता है।
 1. खराब फूड हैबिट - डॉक्टर ए.के. झिंगन का कहना है कि हमारी फूड हैबिट अचानक चेंज हो गई है। स्कूली बच्चों से लेकर नौकरी करने वाले लोग ब्रेक फास्ट स्किप कर रहे हैं और फास्ट फूड खा रहे हैं। फास्ट फूड में कैलोरीज ज्यादा होती है, जिससे वजन बढ़ जाता है। धीरे-धीरे लोग मोटे होने लगते हैं और उनके इंसुलिन की कार्यक्षमता इफेक्ट होती है और फिर शुगर के मरीज बन जाते हैं।
 2. रहन-सहन में बदलाव - डॉक्टर झिंगन का कहना है कि रहन-सहन भी एक बड़ी वजह है। फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है, ऐसी स्थिति में बॉडी के अंदर फैटी एसिड बनने लगते हैं, इस वजह से कम उम्र में भी लोग डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं।
 3. स्ट्रेस - डॉक्टर डी.के. दास ने बताया कि स्ट्रेस भी एक बड़ी वजह है। काम का प्रेशर, अच्छे मार्क्स लाने का प्रेशर से जो स्ट्रेस होता है उससे बॉडी का हार्मोन इफेक्ट होता है और इंसुलिन कंट्रोल की क्षमता कम होने लगती है और धीरे-धीरे शुगर का लेवल बढ़ने लगता है।
 4. स्मोकिंग और अल्कोहल - स्मोकिंग और अल्कोहल का लगातार सेवन से इंसुलिन बनने की प्रक्रिया इफेक्ट होती है, इससे लीवर पर असर होता है। देश भर में 40 साल की उम्र के 15 पर्सेंट लोग डायबिटिक हैं। इस बात का खुलासा एक स्टडी में हुआ है।

 दिल्ली, मुंबई, कोलकाता के अलावा दूसरे शहरों के 19 साल से ज्यादा के उम्र के 4,000 लोगों को इस स्टडी में शामिल किया गया था। स्टडी में 2784 पुरुष और 1123 महिलाएं शामिल थीं। स्टडी में हाई ब्लड प्रेशर के 1536 लोग शिकार पाए गए, हाई केलेस्ट्रॉल 485 लोगों में पाया गया, कॉरोनरी हार्ट डिजीजी 285 लोगों में पाया गया। लाइफस्पैन की ओर से की गई इस स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि जहां डायबिटीज के बाद केवल 70 पर्सेंट पुरुष इलाज करा रहे हैं, वहीं इलाज के मामले में महिलाएं सिर्फ 30 पर्सेट ही आगे आ रही हैं। डायबिटीज एक्सपर्ट डॉक्टर ए. के. झिंगन का कहना है कि लाइफ स्टाइल की वजह कम उम्र में लोग डायबिटीज के शिकार हो रहे हैं। देश डायबिटीज कैपिटल बन चुका है इसलिए लोगों को अपने लाइफ स्टाइल को चेंज लाना होगा। डॉक्टर का कहना है कि एक बार डायबिटीज हो जाने के बाद इससे बाहर नहीं निकला जा सकता है, तब केवल शूगर कंट्रोल ही संभव है।

JAI GURUJI

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