धीरुभाई अम्बानी,
hamaree प्रेरनाश्रोत्र, धीरुभाई अम्बानी, दोस्तों यहाँ हम अपने ब्लोग्ग्स में उन महान लोगो को लिखेंगे जिन्होंने अपने काबिलियत के बल पर सफलता PRAPAT की, जिनके पास ना तो पैसे थे ना ही उची डिग्री, था तो शिर्फ़ हौसला,अपने ऊपर विश्वाष, और सफलता उनके कदम चूमी; मेरे कालम प्रारंभ करने का मतलब आज की युबा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेना ना की हौसला को खो देना, चुकी संघर्ष ही जिंदगी है और दुनिया एसे लोगो को नमस्कार करती है; दुःख के बाद ही सुख का येह्शाश होता है और उसमे जो ख़ुशी मिलती है शायद ही हमें किसी और चीज में मिलाती है / अगर मेरा प्रयास आपको मार्गदर्शन करे तो मुझे जरूर लीखिये, धन्यवाद, आपका दोस्त, वीरेंदर कुमार, न्यू डेल्ही
hamaree प्रेरनाश्रोत्र, धीरुभाई अम्बानी, दोस्तों यहाँ हम अपने ब्लोग्ग्स में उन महान लोगो को लिखेंगे जिन्होंने अपने काबिलियत के बल पर सफलता PRAPAT की, जिनके पास ना तो पैसे थे ना ही उची डिग्री, था तो शिर्फ़ हौसला,अपने ऊपर विश्वाष, और सफलता उनके कदम चूमी; मेरे कालम प्रारंभ करने का मतलब आज की युबा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेना ना की हौसला को खो देना, चुकी संघर्ष ही जिंदगी है और दुनिया एसे लोगो को नमस्कार करती है; दुःख के बाद ही सुख का येह्शाश होता है और उसमे जो ख़ुशी मिलती है शायद ही हमें किसी और चीज में मिलाती है / अगर मेरा प्रयास आपको मार्गदर्शन करे तो मुझे जरूर लीखिये, धन्यवाद, आपका दोस्त, वीरेंदर कुमार, न्यू डेल्ही
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