Monday, December 26, 2016

संघर्ष ही जीवन है. ..(Struggle is life...)


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एक व्यक्ति पारिवारिक समस्याओं से जूझते हुए निराश हो गया। गहरे अवसाद में उसने एक दिन आत्महत्या का विचार किया। रात को वह देर से घर आया और नींद की गोलियां खाकर सो गया। शायद गोलियां कम थीं, इसलिए वह मरने की बजाय गहरी नींद में चला गया। तभी उसे अपने चारों ओर दिव्य प्रकाश दिखाई दिया और आवाज सुनाई दी, ‘बेटा! तुम अपना जीवन क्यों खत्म करना चाहते हो?’ उसे अहसास था कि आवाज भगवान की ही है। वह परेशान था, सो तल्ख शब्दों में जवाब दिया, ‘मेरी जिंदगी में जीने लायक कुछ नहीं बचा है।’ आवाज आई, ‘तुम हार क्यों मानते हो? ऐसा क्यों नहीं सोचते कि संघर्ष का नाम ही जीवन है। हर आदमी का जीवन संघर्ष से भरा है।’ उसे एक अंतहीन पोटलियों का ढेर दिखाई पड़ा और आवाज आई, ‘देखो, ये हैं हर आदमी की परेशानियों की पोटलियां, अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हें अपनी समस्याएं किसी दूसरे से बदलने का मौका दे सकता हूं। बस कोई दो पोटलियां ही खोलकर तुम्हें फैसला करना होगा।’ वह व्यक्ति बहुत खुश हुआ। वह हमेशा सोचता था कि नगर का एक अमीर व्यक्ति सबसे सुखी होगा। अतः उसने उसकी पोटली खोली। उसमें भी चिंताएं और पीड़ाएं ही थीं। यह देखकर उसकी आंखों में पानी भर आया और उसने पोटली बंद कर दी। दूसरी पोटली खोलने की जगह वह भगवान के पैरों में गिरकर रोने लगा। सुबह जब वह उठा तो उसका तकिया आंसुओं से भीगा हुआ था और साथ ही नैराश्य भी मिट चुका था। जीवन संघर्ष का ही दूसरा नाम है, लेकिन सुखों की चाहत के कारण हमें अपने दुख पहाड़ के समान लगते हैं। यदि हम समग्र दृष्टि से देखें तो हर व्यक्ति अपने हिस्से के सुख और दुख अनुभव करता है। यदि स्वयं का चिंतन संकुचित न करें तो हम कठिनाइयों को हंसते-हंसते झेल सकते हैं। 
जय गुरूजी. 

(While struggling with family problems, a person disappointed. Depression, one day, he thought of suicide. He came home late at night and went to sleep, eat sleeping pills. There were probably fewer pills, so he went into a deep sleep instead of dying. Only divine light appeared around him and the sound, "Son! Why do you want to end your life? "Was the realization that it is the voice of God. He had trouble sleeping harsh words, replied, "There is nothing in my life worth living." It just came, "Why do you have to lose? Why not think of the name conflict is life. Every man's life is full of struggle. "He saw a pile of endless packet and cried," Look, these are the problems of every man's packet, if you want I can give you the opportunity to change their problems with anyone he said. Just as no two packet open you will have to decide. "He was very happy. He always thought that the city would be a rich person most happy. So she opened her bundle. Concerns were also suffering the same. Seeing this, his eyes water and he came across a packet switched off. The second bundle of open space, he fell at the feet of God wept. Morning when he woke up, his pillow was wet with tears and despair as well as had been erased. Conflict is just another name for life, but the desire for pleasures of the mountain resemble our misery. If we see it in totality every person experiences the joys and sorrows of its parts. If we do not narrow self-contemplation difficulties can afford to laugh.)

Jai Guruji.

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